Meerut Hospital Viral Video: मेरठ के एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड से लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल हो रहे इस वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि, अटेंडेंट डॉक्टर मरीज का इलाज करने की बजाय मेज पर पैर रखकर गहरी नींद में सोता हुआ दिखाई दे रहा है। वहीं, उसके सामने स्ट्रेचर पर खून से लथपथ एक घायल पड़ा है। आरोप है कि डॉक्टर सोता रहा और घायल दर्द से तड़पता रहा, बाद में उसकी मौत हो गई।
मेरठ का वायरल वीडियो
आपको जानकारी के लिए बता दें कि, यह घटना मेरठ के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों में से एक एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज की है, जहां गंभीर मरीजों को 24 घंटे इलाज मिलने की उम्मीद होती है। लेकिन इस मामले ने चिकित्सा सुविधाओं और आपातकालीन सेवाओं पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। सवाल यह है कि जब इमरजेंसी वार्ड में डॉक्टर ही लापरवाह हैं, तो आम मरीज कहां जाएंगे। सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है और कई यूजर्स ने जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
यह हाल है मेरठ मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी का यहां पर मरीज मरे या जिए डॉक्टर और स्टाफ को कोई मतलब नहीं है वह अपनी नौकरी के घंटे सोकर पूरे करते हैं और महीने के अंत में अपनी मोटी सैलरी लेकर मजे करते हैं।@CMOfficeUP @narendramodi @myogiadityanath pic.twitter.com/xnKV5lJV4u
— Juhi Chauhan (@Juhityagi17) July 28, 2025
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मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने क्या कहा?
वहीं, इस मामले में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आरसी गुप्ता ने बताया कि रात में एक मरीज आया था जिसका एक्सीडेंट हुआ था और वह मदद मांग रहा था। लेकिन मौके पर मौजूद जूनियर डॉक्टर सो रहे थे। इसका संज्ञान लेते हुए उस समय ड्यूटी पर मौजूद दो जूनियर डॉक्टरों को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही एक जांच कमेटी गठित की गई है। कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
वायरल वीडियो में घटना के समय जूनियर डॉक्टर ऑर्थोपेडिक्स विभाग डॉ. भूपेश कुमार राय सोते हुए नजर आ रहे थे। वहीं, घायल और उसके परिजन इलाज के लिए गुहार लगा रहे थे। वीडियो का तत्काल संज्ञान लेते हुए डॉ. भूपेश कुमार राय और जूनियर डॉक्टर अनिकेत को निलंबित कर दिया गया है और तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है।
कौन था मरीज?
इलाज के अभाव में दम तोड़ने वाले मरीज का नाम सुनील था। वह हसनपुर गांव का रहने वाला था। सड़क पार करते समय सुनील को किसी अज्ञात वाहन ने पीछे से टक्कर मार दी थी। उसे गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया और इमरजेंसी में भर्ती कराया गया। परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि सुनील को समय पर भर्ती कर लिया गया था, लेकिन डॉक्टर सो रहे थे और उन्होंने उसका इलाज नहीं किया, जिसके कारण उसकी मौत हो गई।