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फिलिस्तीन को एक अलग देश बनेगा अमेरिका का दोस्त ,नेतन्याहू के उड़े होश, दुनिया भर में मचा हंगामा

फ़िलिस्तीन को एक अलग देश बनाने में सऊदी अरब सबसे ज़्यादा सक्रिय है। अल अरबिया के अनुसार, सऊदी पूरी दुनिया में द्वि-राष्ट्र सिद्धांत को लेकर मुखर है।

By: Divyanshi Singh | Published: July 28, 2025 3:16:46 PM IST



Palestine: सऊदी अरब ने फ़िलिस्तीन को एक अलग देश बनाने के लिए इज़राइल के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया है। पहले फ़्रांस से फ़िलिस्तीन को मान्यता दिलाने के बाद, अब सऊदी संयुक्त राष्ट्र की एक बैठक की अध्यक्षता करने जा रहा है, जिसमें इज़राइल और फ़िलिस्तीन के द्वि-राष्ट्र सिद्धांत पर बहस होगी।फ़्रांस 24 के अनुसार, यह बैठक 28 और 29 जुलाई को पेरिस में प्रस्तावित है। बैठक में, मृतप्राय द्वि-राष्ट्र सिद्धांत को नए परिदृश्य में वापस लाया जाएगा। यह बैठक ऐसे समय में होने जा रही है जब इज़राइल गाज़ा में मानवीय आपदा के कारण बुरी तरह घिरा हुआ है।

सऊदी अरब सबसे ज़्यादा सक्रिय

फ़िलिस्तीन को एक अलग देश बनाने में सऊदी अरब सबसे ज़्यादा सक्रिय है। अल अरबिया के अनुसार, सऊदी पूरी दुनिया में द्वि-राष्ट्र सिद्धांत को लेकर मुखर है। सऊदी के प्रयासों का ही नतीजा है कि फ़्रांस ने इज़राइल को दरकिनार करके फ़िलिस्तीन को मान्यता देने की बात कही है।सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस का मानना है कि फ़िलिस्तीन के अलग देश बनते ही गाज़ा और अन्य क्षेत्रों में शांति स्थापित हो जाएगी। सऊदी गाज़ा और हमास में शांति स्थापित करने में अहम भूमिका निभा रहा है।

इज़राइल के साथ हो सकता है खेल

अब सऊदी अरब संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के ज़रिए इज़राइल के ख़िलाफ़ खेलने की तैयारी कर रहा है। फ़्रांसीसी विदेश मंत्री के अनुसार, अब सबकी नज़रें ब्रिटेन पर हैं। अगर ब्रिटेन फ़िलिस्तीन को मान्यता देने की बात करता है, तो इज़राइल के साथ बड़ा खेल हो सकता है।फ़्रांस की तरह ब्रिटेन भी संयुक्त राष्ट्र का स्थायी सदस्य है। इन दोनों देशों के साथ आने से इज़राइल अलग-थलग पड़ जाएगा। क्योंकि चीन और रूस पहले से ही इसके ख़िलाफ़ हैं।

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फ़िलिस्तीन को अलग देश बनाने का विरोध क्यों हो रहा है?

इज़राइल के प्रधानमंत्री का कहना है कि अगर फ़िलिस्तीन को अलग देश बना दिया गया, तो वह आतंकवादियों का अड्डा बन जाएगा। अलग देश बनते ही फ़िलिस्तीन को सेना और हथियार रखने की आज़ादी मिल जाएगी।

इज़राइल को डर है कि इसके बाद फ़िलिस्तीन पूरी तरह से ईरान के कब्ज़े में चला जाएगा। उसका दुश्मन ईरान उसकी सीमा के क़रीब आ जाएगा। यही वजह है कि इज़राइल इसका खुलकर विरोध कर रहा है।ट

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