Mundawar murder case: 19 जुलाई को राजस्थान अलवर से सटे खैरथल तिजारा जिले के मुंडावर से एक दिल दहलने वाला मामला सामने आया है। यहां सराय कला गांव में रात आठ बजे पुलिस को एक लोकेश नाक के 6 साल के बच्चे का शव मिला। अब इस मामले में एक नया मोड़ सामने आया। न्यूज 18 इंडिया की खबर खबर के मुताबिक इस बच्चे की बलि देने के लिए हत्या की गई थी। यह बलि उसके ही चाचा ने अपने तांत्रिक साथी के कहने पर दी थी। चाचा ने अपनी पत्नी को वश में करने के लिए भतीजे की बलि दी थी।
पुलिस ने इस हत्याकांड का पर्दाफाश कर आरोपी चाचा और उसके तांत्रिक साथी को गिरफ्तार कर लिया है। भतीजे की हत्या के बाद आरोपी चाचा ने करीब 30 इंजेक्शन लगाकर उसके शरीर से खून निकाला। वह तांत्रिक के कहने पर उसका लिवर भी निकालने वाला था। लेकिन उससे पहले ही वह पकड़ा गया।
सूने मकान में मलबे के ढेर में मिला मिला था लोकेश का शव
पुलिस के अनुसार, 6 वर्षीय लोकेश 19 जुलाई को लापता हो गया था। उसके पिता बिंटू ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसी रात 8 बजे बच्चे लोकेश का शव एक सूने मकान में मलबे के ढेर में मिला। इस मामले में अगले दिन अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने आरोपियों की तलाश के लिए मुखबिरों को सक्रिय किया। इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। इसके बाद, शक के आधार पर, लोकेश के सगे चाचा, आरोपी मनोज कुमार प्रजापति को 21 जुलाई को गिरफ्तार कर गहन पूछताछ की गई।
गला घोंटकर भतीजे की हत्या
पूछताछ में पता चला कि लोकेश की माँ और मनोज की पत्नी सगी बहनें हैं। मनोज की पत्नी अपने मायके में रह रही थी। वह ससुराल नहीं आ रही थी। मनोज इससे परेशान था। उसने अपनी पत्नी को वश में करने के लिए तांत्रिक सुनील से संपर्क किया। तांत्रिक ने उससे 12,000 रुपये और एक बच्चे की बलि देने को कहा। इसके बाद, शनिवार को मनोज से बलि के लिए खून और लिवर लाने को कहा गया। इस पर, आरोपी मनोज अपने भतीजे लोकेश को एक सुनसान घर में ले गया। वहाँ ले जाकर उसने गला घोंटकर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी।
वह अपने परिवार के साथ अपने भतीजे को ढूँढता रहा
इसके बाद, तांत्रिक सुनील के निर्देशानुसार, उसने मृतक लोकेश के शरीर में खून निकालने के लिए कई इंजेक्शन लगाए। फिर उसने अपने भतीजे के शव को कचरे से भरे कमरे में छिपा दिया ताकि समय मिलने पर वह उसके शरीर से लिवर और और खून निकालकर तांत्रिक को दे सके। लेकिन इसी बीच जब मनोज की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हो गई, तो मनोज भी अपने परिवार के साथ लड़के की तलाश करता रहा।
हत्या की पूरी कहानी साफ होने के बाद पुलिस ने मनोज को गिरफ्तार कर लिया। फिर उसके तांत्रिक साथी को भी पकड़ लिया गया। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल इंजेक्शन भी बरामद कर लिया है। तांत्रिक सुनील मुंडावर थाना इलाके के खानपुर का रहने वाला है।