Sawan 2025: सावन का महीना महादेव का प्रिय महीना माना जाता है। यह माह व्रत, पूजा-पाठ और आध्यात्मिक अनुभव का होता है। सावन का महीना हिंदू धर्म में एक पवित्र माह माना जाता है। यह माह हिंदू धर्म में बेहद पवित्र और शुभ माना जाता है। इस दौरान शिव साधना करने वालों की हर मनोकामना पूरी होती है। इस पूरे माह में चारों तरफ सिर्फ शिव के जयकारों की गूंज सुनाई देती है। इस माह के कई रहस्य भी है।
सावन महीने का महत्व
- स्कंद पुराण में भगवान भोलेनाथ में सनत्कुमार को सावन महीने के महत्व का वर्णन किया था। उन्होंने बताया था कि-मुझे सावन का महीना बहुत ज्यादा प्रिय है। इस महीने के हर तारीख, हर व्रत और हर दिन बेहद महत्वपुर्ण है। इसी वजह से इस महीने नियम-संयम से पूजा -पाठ किया जाता है।
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- स्कंद पुराण के मुताबिक, मरकंडू ऋषि के पुत्र मारकण्डे ने लंबी उम्र के लिए सावन में घोर तवस्या कर शिव जी को खुश किया था। इसके कारण यमराज भी मार्कंडेय के प्राण नहीं ले पाए थे। इसी कारण मृत्यु, लंबी उम्र पाने और बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए सावन में भोलेनाथ की पूजा की जाती है।
- इसी महीने में शिव जी ने माता पार्वती को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया था। इसके साथ ही मान्यता है कि शिव पुराण के अनुसार सावन में भोलेनाथ हर साथ पृथ्वी पर अपने ससुराल आते हैं। तभी जलाभिषेक के साथ उनका स्वागत किया जाता है।
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- सावन का महत्व बताते हुए महाभारत के अनुशासन पर्व में अंगिरा ऋषि ने कहा था कि- जो इंसान के मन पर काबू कर लेता है। एक लोग एक वक्त पर खाना खाते हुए सावन मास बिताते है। कई बार इससे तीर्थों में स्नान करने जितना पुण्य मिलता है। स्कंद पुराण में जो व्यक्ति सावन में ब्रह्मचर्य का पालन करता है और सभी नियमोें का पालन करता है उस पर भगवान शिव की कृपा बनी रहती है। सावन का महीना मेंटल हेल्थ के लिए बहुत अच्छा माना जाता है।
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