Kyunki Saas Bhi Kabhi Bahu Thi New Promo: “क्योंकि सास भी कभी बहू थी” के दूसरे सीजन में स्मृति इरानी एक बार फिर वापसी कर रही हैं। इसका प्रोमो रिलीज कर दिया गया है। इसमें स्मृति ईरानी के लुक और शो में क्या कहानी हो सकती है, इसकी झलक देखने को मिल रही है। गौरतलब है कि स्टार प्लस पारिवारिक नाटकों को प्रस्तुत करने में अग्रणी रहा है। इस चैनल ने हमेशा बदलते दौर में रिश्तों, पारिवारिक परंपराओं और पारिवारिक रिश्तों की कहानियों के माध्यम से भारतीय समाज के सामने रखा है। और ‘ क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ इसका सबसे बड़ा उदहारण है।
तुलसी का नया लुक
शो के नए सीज़न की घोषणा से ही सोशल मीडिया पर हलचल मच गई थी, और जैसे ही पहला प्रोमो रिलीज़ हुआ, दर्शकों का उत्साह और भी बढ़ गया। पुराने थीम सॉन्ग की धुन ने ऐसा भावुक कर दिया कि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर इसे ज़बरदस्त प्रतिक्रिया मिली। प्रोमो ने न केवल नए सीज़न की झलक दिखाई, बल्कि तुलसी के लुक को भी उजागर किया, जिसमें वही गरिमा और ताकत झलक रही थी जिसने उन्हें हमेशा से प्रशंसकों का पसंदीदा बनाया है।
कब से होगा शुरू?
अब जब नया प्रोमो रिलीज़ हो गया है, तो निर्माताओं ने इसे शेयर करते हुए लिखा है, “बदलते ज़माने के साथ तुलसी एक नए नज़रिए के साथ लौट रही हैं! क्या आप उनके इस नए सफ़र में शामिल होने के लिए तैयार हैं? देखिए “क्योंकि सास भी कभी बहू थी”, 29 जुलाई से रात 10:30 बजे, सिर्फ़ स्टार प्लस पर और कभी-कभी जियो हॉटस्टार पर!”
क्या होगी आगे की कहानी?
नए सीजन ने हमें पुराने दिनों की याद दिलाई, और अब नै कहानी के साथ नया नजरिया भी देखने को मिलेगा। प्रोमो की शुरुआत तुलसी की उन यादों से होती है, जो उसने बीते ज़माने से जोड़ी हैं, लेकिन साथ ही यह आगे के सफ़र की एक झलक भी देता है। गोमजी के नाम वाली कमीज़ से लेकर सास-बहू के रिश्तों में उतार-चढ़ाव तक, तुलसी बदलते ज़माने और अपने मूल्यों पर अडिग रहने की बात करती नज़र आती हैं।
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यह प्रोमो तुलसी की मज़बूती और पारिवारिक मूल्यों से उसके गहरे जुड़ाव को खूबसूरती से दर्शाता है, वो भी आज के बदलते ज़माने की चुनौतियों के बीच। कहानी पुराने जाने-पहचाने पलों से शुरू होकर एक नए दौर की झलकियों तक पहुँचती है, जहाँ अतीत और वर्तमान की यादें एक-दूसरे से जुड़ती हैं। अंत में, हमें याद दिलाया जाता है कि ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ सिर्फ़ एक धारावाहिक नहीं, बल्कि एक बार फिर से जगाया गया एक ज़ज़्बा है।