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AI को राजीव गांधी से जोड़कर ये क्या फैला रहे हैं 74 वर्षीय कांग्रेसी दिग्गज? Video देखकर माथा पीट लेंगे राहुल गांधी

Ashok Gehlot on AI: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने AI (Artificial Intelligence) को राजीव गांधी का सपना बता दिया। इसके बाद भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जमकर आलोचना की।

By: Sohail Rahman | Published: July 16, 2025 1:49:25 PM IST



Ashok Gehlot on AI: अशोक गहलोत ने हाल ही में बिहार में चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान की आलोचना की और इसे राजनीति से प्रेरित कदम बताया। वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक गहलोत द्वारा कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence) को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का सपना बताए जाने के बाद भाजपा ने राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री पर कटाक्ष किया। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने एक्स पर कहा, “बिल्कुल! आगे वे कहेंगे कि उन्होंने आईफोन का आविष्कार किया, वाई-फाई की खोज की और चैटजीपीटी को अस्तित्व में लाया। गांधी वाड्रा परिवार की भक्ति के लिए कांग्रेस किसी भी हद तक जा सकती है।”

गहलोत ने मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण की आलोचना की

आपको जानकारी के लिए बता दें कि, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाल ही में बिहार में चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की आलोचना की और इसे राजनीति से प्रेरित कदम बताया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि, “इससे बड़ा ताना क्या हो सकता है? नीतीश कुमार के नेतृत्व में भाजपा जिस तरह से शासन चलाती है, उससे सभी वाकिफ हैं… बिहार का माहौल भारत-पाक गठबंधन के पक्ष में है। जब मैं पटना गया, तो मैंने देखा कि बदलाव हो सकता है।” उन्होंने चुनाव से कुछ महीने पहले चुनाव आयोग की एसआईआर प्रक्रिया की व्यवहार्यता पर सवाल उठाया।



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गहलोत ने राहुल गांधी के लेख का दिया हवाला

गहलोत ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस लेख का भी हवाला दिया जिसमें महाराष्ट्र चुनाव के दौरान चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए गए थे। उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग ने एक महीने पहले सर्वेक्षण शुरू किया था और वे उन लोगों के नाम हटाने की कोशिश कर रहे हैं जो 10 साल से वोट दे रहे हैं। अगर नए नाम जोड़ने का इरादा होता, तो लोग इसे स्वीकार कर लेते, लेकिन यह अस्वीकार्य है।”

लोकतांत्रिक संस्थाओं की स्थिति पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा, “अगर लोकतंत्र को मज़बूत करना है, तो सीबीआई, ईडी… को भी मज़बूत किया जाना चाहिए। ये उच्च-स्तरीय एजेंसियाँ हैं, लेकिन सरकार ने इनका दुरुपयोग किया है। देश का माहौल अब ठीक नहीं है। आजकल लोग एक-दूसरे पर भरोसा नहीं करते।”

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