Home > खेल > खुल गया उस फॉर्च्यूनर का राज, जिसके वजह से गई थी मैराथन धावक Fauja Singh की जान, आरोपी गिरफ्तार

खुल गया उस फॉर्च्यूनर का राज, जिसके वजह से गई थी मैराथन धावक Fauja Singh की जान, आरोपी गिरफ्तार

Fauja Singh Death:आरोप है कि घटना के समय अमृतपाल तेज़ गति से फॉर्च्यूनर कार चला रहा था। जिसने फौजा सिंह को टक्कर मार दी। घटना के बाद अमृतपाल अपनी कार समेत मौके से फरार हो गया। अस्पताल ले जाते समय इलाज के दौरान फौजा सिंह की मौत हो गई। आरोपी अमृतपाल के खिलाफ लापरवाही से गाड़ी चलाने और गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है।

By: Divyanshi Singh | Published: July 16, 2025 10:05:43 AM IST



Fauja Singh Death: 114 वर्षीय मैराथन धावक फौजा सिंह का सोमवार को निधन हो गया। पैदल चलते समय उन्हें एक कार ने टक्कर मार दी थी, जिसके बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। अब पंजाब पुलिस ने इस हिट एंड रन मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी को मंगलवार देर रात गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान 32 वर्षीय अमृतपाल के रूप में हुई है, जो जालंधर के करतारपुर उप-तहसील के दसूपुर गाँव का निवासी है।

आरोप है कि घटना के समय अमृतपाल तेज़ गति से फॉर्च्यूनर कार चला रहा था। जिसने फौजा सिंह को टक्कर मार दी। घटना के बाद अमृतपाल अपनी कार समेत मौके से फरार हो गया। अस्पताल ले जाते समय इलाज के दौरान फौजा सिंह की मौत हो गई। आरोपी अमृतपाल के खिलाफ लापरवाही से गाड़ी चलाने और गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है।

आरोपी गिरफ्तार

फौजा सिंह को टक्कर मारने के बाद अमृतपाल अपनी कार समेत मौके से फरार हो गया, जिसे अब पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने घटना के 30 घंटे बाद आरोपी को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। अब पुलिस उससे पूछताछ कर रही है और मामले में आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। जालंधर के एक पुलिस अधिकारी ने बताया था कि फ़ौजा सिंह ब्यास गाँव में टहलने निकले थे। तभी एक वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी, जिससे उनके सिर में चोटें आईं और सोमवार शाम को उनकी मृत्यु हो गई।

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दुनिया के सबसे बुजुर्ग एथलीट

फ़ौजा सिंह दुनिया के सबसे बुजुर्ग एथलीट थे, जो अपनी बढ़ती उम्र के बावजूद अपनी फुर्ती और जीवंतता के लिए जाने जाते थे। उन्होंने कई मैराथन में भाग लिया था। उन्होंने 89 साल की उम्र में मैराथन दौड़ना शुरू किया था। उन्होंने लंदन, न्यूयॉर्क और हांगकांग जैसी प्रसिद्ध मैराथन में भी भाग लिया था। यहाँ तक कि दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने भी 2012 के लंदन ओलंपिक में उन्हें सम्मानित किया था।

उनके निधन पर कई लोगों ने शोक व्यक्त किया था। पंजाब के पूर्व राज्य सूचना आयुक्त खुशवंत सिंह, जिन्होंने उनकी जीवनी ‘द टर्बन्ड टॉरनेडो’ लिखी थी, फ़ौजा सिंह के निधन की खबर सुनकर बहुत दुखी हुए। खुशवंत सिंह ने अपनी पूर्व पत्नी को लिखा, “मेरा टर्बन्ड टॉरनेडो अब नहीं रहा। मेरे प्यारे फ़ौजा, ईश्वर आपकी आत्मा को शांति दे।”

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