Home > देश > गले में सांप लटकाकर सैकड़ों लोग पहुंचते हैं मंदिर, जान हथेली पर लिए निभाते हैं जानलेवा परंपरा, इस गांव का इतिहास जान कांपेंगे हाथ पैर

गले में सांप लटकाकर सैकड़ों लोग पहुंचते हैं मंदिर, जान हथेली पर लिए निभाते हैं जानलेवा परंपरा, इस गांव का इतिहास जान कांपेंगे हाथ पैर

Nag Punchami: नाग पंचमी एक ऐसा त्यौहार है जब देशभर में  लोग सांपों को दूध पिलाते है, लेकिन आज हम आपको बिहार के एक ऐसे गाँव के बारे में बताने जा रहे हैं जहाँ कि परंपरा सच में दिलचस्प और डरावनी है। दरअसल, बिहार में एक ऐसा गांव भी है जहां नाग पंचमी के मौके पर नदी से सैकड़ों जहरीले सांप निकाले जाते हैं।

By: Heena Khan | Published: July 16, 2025 9:47:41 AM IST



Nag Punchami: नाग पंचमी एक ऐसा त्यौहार है जब देशभर में  लोग सांपों को दूध पिलाते है, लेकिन आज हम आपको बिहार के एक ऐसे गाँव के बारे में बताने जा रहे हैं जहाँ कि परंपरा सच में दिलचस्प और डरावनी है। दरअसल, बिहार में एक ऐसा गांव भी है जहां नाग पंचमी के मौके पर नदी से सैकड़ों जहरीले सांप निकाले जाते हैं। सिर्फ यही नहीं,  यहां के लोग नदी से निकाले गए सांपों के साथ बच्चों की तरह खेलते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें, नाग पंचमी के मौके पर लोग दूर-दूर से इस अद्भुत और भयावह नजारे को देखने आते हैं। जी हाँ ये गाँव कहीं और नहीं बल्कि बिहार में ही है। इस गांव का नाम नवटोल है। 

सांपो का गाँव 

दिलचस्प बात तो ये है कि लोग इस गांव को सांपों का गांव भी कहते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां के लोग अपनी परंपरा को निभाने के लिए अपनी जान हथेली पर रख देते हैं। वहीँ मंगलवार को आयोजित नाग पंचमी के मौके पर एक बार फिर कुछ ऐसा ही देखने को मिला। नवटोल गांव में लोगों ने अपनी परंपरा को निभाने के लिए बलान नदी में छलांग लगा दी और देखते ही देखते सैकड़ों सांप पकड़ लिए। इस मौके पर सांप पकड़ने वाले लोग ढोल की थाप पर नाचते-गाते, गले में सांप लटकाए भगवती मंदिर पहुंचे।

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300 साल पुरानी है परंपरा 

इतना ही नहीं इस नज़ारे को देखने के लिए सैकड़ों लोग दूर दूर से नदी के तट पर पहुंचे। वहीँ अब कहा जाता है कि इस गाँव की यह परंपरा 300 साल पुरानी है। गाँव के निवासी रौबी दास भगवती के बहुत बड़े भक्त थे। उन्होंने ही सबसे पहले नाग पंचमी के अवसर पर इस स्थान पर यह परंपरा शुरू की थी। तब से उनके वंशज और ग्रामीण इस परंपरा का पालन पूरे उत्साह के साथ करते आ रहे हैं।

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