Balmukund acharya: जयपुर के हवा महल से भाजपा विधायक बाबा बालमुकुंद आचार्य का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में बालमुकुंद आचार्य थाने के अंदर एसएचओ की कुर्सी पर बैठकर अपनी पावर का रौब दिखाते नजर आ रहे हैं। इतना ही नहीं, वह सामने बैठे एसएचओ को डांट भी रहे हैं। साथ ही, उसी कुर्सी पर बैठकर नगर निगम के अधिकारियों को फोन पर धमका भी रहे हैं।
एसएचओ की कुर्सी पर बैठकर भाजपा विधायक ने दिखाया अपना रौब
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी भी भाजपा विधायक बालमुकुंद आचार्य को एसएचओ की कुर्सी पर बैठा देखकर हैरान रह गए और उन्होंने भी तुरंत कहा कि हम आपसे शिकायत करें या सामने बैठे एसएचओ से? इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है।
कांग्रेस नेताओं ने इस वीडियो को लेकर स्थानीय विधायक को आड़े हाथों लिया है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी इस पर तंज कसते हुए इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया। जिसमें उन्होंने लिखा कि कानून बनाने वालों को अब कानून चलाने का शौक हो गया है। जनता ने जिसे नीति निर्धारण के लिए चुना था, आज सत्ता के नशे में संविधान और कानून की मर्यादा ही भूल गया। हवामहल की जनता हैरान है, ये माननीय विधायक हैं या थाना प्रभारी?
ब्राह्मण, बनिये भाग गए इनके डर की वजह से
माथा फोड़ देंगे ये ध्यान रखना,महाराज कहते है
भाजपा विधायक बाबा बालमुकुंदाचार्य का वीडियो हुआ वायरल
यूपी में डर है.. यहां नहीं है…..बाबा बालमुकुंदाचार्य#follower #viralreelschallenge #rajasthan #kanwadyatra #jaipur @highlight pic.twitter.com/yRUYOZWpCI— Journalist Ashutosh (@Zee1Ashutosh) July 15, 2025
मामला रामगंज थाने का है
जानकारी के अनुसार, यह वीडियो रामगंज थाने का है। जहां विधायक ने 13 जुलाई को श्रावण मास में जयपुर शहर से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा में कांवड़ियों की सुरक्षा को लेकर बैठक की। जिसमें बालमुकुंद आचार्य खुद थाना प्रभारी की कुर्सी पर बैठे और उनके सामने रामगंज, गलता गेट और माणक चौक के थाना प्रभारी बैठे। इस दरम्यान एमएलए ने थाना प्रभारी की कुर्सी पर बैठकर कांवड़ रूट पर ट्रैफिक व्यवस्था, वाहनों की पार्किंग और यात्रा के दौरान मीट की दुकानों को बंद करवाने को लेकर बैठक की।
थाना प्रभारी की कुर्सी पर बैठे विधायक ने एक दरोगा को मोबाइल पर धमकी तक दे डाली और कहा, ”तेरा सिर फोड़ दूंगा, खबरदार, तू मुझे महाराज कहता है।” इतना ही नहीं, भाजपा विधायक थाना प्रभारी को सख्त लहजे में यह भी कहते नजर आए कि घटनाओं पर कोई कार्रवाई नहीं होती और हर छह महीने में शांति के लिए बैठ जाते हैं।