Bangladesh:बांग्लादेश की राजधानी ढाका में एक बेहद दर्दनाक और अमानवीय घटना सामने आई है, जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। 9 जुलाई को मिटफोर्ड अस्पताल के पास खुलेआम कबाड़ व्यापारी लाल चंद उर्फ सोहाग की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। हत्या के बाद, आरोपियों ने उसके शव पर डांस किया। इस घटना का वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तो पूरे देश में गुस्से की लहर दौड़ गई।
कार्रवाई का ऐलान
सरकार ने इस घटना को “बर्बर और सभ्य समाज के लिए शर्मनाक” बताते हुए सख्त कार्रवाई का ऐलान किया है। पुलिस और खुफिया एजेंसियों की मदद से देशभर में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। अब तक सात आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें से मुख्य आरोपी टिटन गाज को पांच दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
गृह मामलों के सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) जहांगीर आलम चौधरी ने कहा कि अपराधियों को किसी भी राजनीतिक संबंध के कारण बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने साफ किया कि चाहे अपराधी किसी भी दल से जुड़ा हो, कानून सभी पर समान रूप से लागू होगा।
बहन ने किया बड़ा खुलासा
लाल चंद की बहन ने बताया कि उनका भाई काफी समय से उस इलाके में कबाड़ का कारोबार कर रहा था और हमलावरों से उसका पुराना व्यावसायिक विवाद चल रहा था। आरोप है कि जमीन और कारोबार पर कब्जे के लिए उसे पहले भी धमकाया गया था।
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विरोध प्रदर्शन शुरू
वीडियो वायरल होते ही छात्रों और आम लोगों ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। छात्रों ने अंतरिम सरकार पर सवाल उठाते हुए निष्पक्ष जांच और त्वरित न्याय की मांग की।
सरकार ने इस केस को स्पेशल ट्रिब्यूनल में भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है ताकि आरोपी जल्द से जल्द सजा पा सकें और पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके।
बांग्लादेश में ऐसे मामलों में देखी जा रही है तेजी
बता दें कि बांग्लादेश में अगस्त 2024 के बाद से भीड़ हिंसा के मामले तेजी से बढ़े हैं। राजनीतिक अस्थिरता और कमजोर कानून व्यवस्था ने हालात और बिगाड़ दिए हैं। हाल ही में कुमिला में एक महिला और उसके दो बच्चों की भीड़ ने हत्या कर दी थी, जबकि उनके खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं मिला।
मानवाधिकार संगठनों ने सरकार से अपील की है कि भीड़तंत्र पर तुरंत लगाम लगाई जाए और कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पुलिस को बेहतर प्रशिक्षण व संसाधन दिए जाएं।