Pakistan:पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में गुरुवार देर रात हथियारबंद लोगों ने क्वेटा से लाहौर जा रही एक यात्री बस को रोककर 9 यात्रियों का अपहरण कर लिया और उनकी गोली मारकर हत्या कर दी।यह घटना उत्तरी बलूचिस्तान के सर धक्का इलाके में झोब के पास हुई, जो लंबे समय से चरमपंथी गतिविधियों का केंद्र रहा है।झोब के सहायक आयुक्त नवीन आलम के अनुसार, हमलावरों ने यात्रियों को बस से उतारा, उनकी पहचान की और फिर 9 लोगों को गोली मार दी।आलम ने बताया कि सभी शवों को बरखान जिले के रेखनी अस्पताल भेज दिया गया है। हत्या के तरीके से पता चलता है कि हमलावर पहले से तय योजना के साथ आए थे और लक्षित हत्याएँ कर रहे थे।
भारत समर्थित हमला बता रही है प्रांतीय सरकार
बलूचिस्तान की प्रांतीय सरकार इसे भारत समर्थित हमला बता रही है। सरकार ने कहा है कि इस हमले के पीछे फितना अल-हिंदुस्तान का हाथ है। मई में पाकिस्तान सरकार ने बलूचिस्तान के सभी विद्रोही संगठनों को फितना-अल-हिंदुस्तान नाम दिया था। इनमें बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) सबसे बड़ा और प्रमुख संगठन है।
पाकिस्तानियों की नृशंस हत्या है-शाहिद रिंद
सरकारी प्रवक्ता शाहिद रिंद ने कहा यह सिर्फ़ एक हमला नहीं है, यह निर्दोष पाकिस्तानियों की नृशंस हत्या है। यह फितना अल-हिंदुस्तान की बर्बर सोच का नतीजा है।रिंद ने कहा कि फितना अल-हिंदुस्तान से जुड़े आतंकवादियों ने मस्तुंग, कलात और सरदागई पर भी हमला किया, लेकिन वहाँ के सुरक्षा बलों ने स्थिति को संभाल लिया। ज़ोब में हमला अंधेरे का फायदा उठाकर किया गया, जिससे हमलावर भाग निकले।
बलूच लिबरेशन आर्मी क्या है?
बीएलए पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत का सबसे बड़ा बलूच उग्रवादी समूह है। यह दशकों से पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ विद्रोह कर रहा है।यह समूह बलूचिस्तान की आज़ादी और अपने इलाकों से चीन को बाहर निकालने की मांग कर रहा है। बीएलए ने पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और चीन की सीपीईसी परियोजना को निशाना बनाकर कई हमले किए हैं।बलूचिस्तान में रहने वाले ज़्यादातर बलूच लोग पाकिस्तानी सरकार से नाराज़ हैं। इन लोगों का कहना है कि सरकार उनके इलाके के प्राकृतिक संसाधनों का दुरुपयोग कर रही है।बीएलए का कहना है कि स्थानीय आबादी को इन संसाधनों से उत्पन्न लाभ में कोई हिस्सा नहीं मिलता है।