Vande Bharat Sleeper Train Trail: सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है. जिसे रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा शेयर किया गया है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि ‘रेल मंत्रालय के अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि भारतीय रेलवे ने स्वदेशी रूप से डिजाइन की गई वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के अंतिम हाई-स्पीड ट्रायल को सफलतापूर्वक पूरा करके आत्मनिर्भर रेल टेक्नोलॉजी की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया है.’
इसको लेकर मंत्रालय का बयान भी सामने आया है. जिसमें कहा गया है कि रेलवे सुरक्षा आयुक्त (CRS) की देखरेख में किया गया यह ट्रायल कोटा-नागदा सेक्शन पर हुआ, जहां ट्रेन ने 180 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति हासिल की. हालांकि, इसके लॉन्च की नई तारीख नहीं बताई गई. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन पहले भी कई लॉन्च डेडलाइन मिस कर चुकी है.
कब होने वाला था लॉन्च? (When was the launch supposed to happen?)
नवंबर के मध्य में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि यह ट्रेन दिसंबर 2025 में लॉन्च की जाएगी. वैष्णव ने मंगलवार (30 दिसंबर, 2025) को अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर सुरक्षा ट्रायल का एक वीडियो शेयर किया. जिसमें पानी के गिलास की स्थिरता का प्रदर्शन दिखाया गया था. जिसमें पानी से भरे गिलास तेज गति पर भी बिना गिरे स्थिर रहे. सुरक्षा ट्रायल के बारे में बात करते हुए अधिकारियों ने कहा कि व्यापक तकनीकी मूल्यांकन किए गए, जिसमें राइड स्थिरता, ऑसिलेशन, कंपन व्यवहार, ब्रेकिंग प्रदर्शन, इमरजेंसी ब्रेकिंग सिस्टम, सुरक्षा प्रणालियों और अन्य महत्वपूर्ण मापदंडों का मूल्यांकन शामिल था.
Vande Bharat Sleeper tested today by Commissioner Railway Safety. It ran at 180 kmph between Kota Nagda section. And our own water test demonstrated the technological features of this new generation train. pic.twitter.com/w0tE0Jcp2h
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) December 30, 2025
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मंत्रालय के अधिकारियों ने एक प्रेस नोट में क्या दावा किया? (What did ministry officials claim in a press note?)
मंत्रालय के अधिकारियों ने एक प्रेस नोट में दावा किया कि तेज गति पर ट्रेन का प्रदर्शन पूरी तरह संतोषजनक पाया गया और CRS द्वारा ट्रायल को सफल घोषित किया गया. अधिकारियों के अनुसार, ट्रायल में इस्तेमाल की गई 16-कोच वाली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को लंबी दूरी की यात्री यात्रा के लिए डिजाइन किया गया है, जो अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं से लैस है. उन्होंने कहा कि इनमें आरामदायक स्लीपर बर्थ, उन्नत सस्पेंशन सिस्टम, स्वचालित दरवाजे, आधुनिक शौचालय, आग का पता लगाने और सुरक्षा निगरानी प्रणाली, CCTV-आधारित निगरानी, डिजिटल यात्री सूचना प्रणाली और ऊर्जा-कुशल टेक्नोलॉजी शामिल हैं.
यात्रियों को मिलेगा विश्व स्तरीय सुविधा का अनुभव (Passengers will experience world-class facilities)
इन सुविधाओं का उद्देश्य यात्रियों को एक सुरक्षित, आरामदायक और विश्व स्तरीय यात्रा अनुभव प्रदान करना है. इसके अलावा, मंत्रालय ने कहा कि CRS हाई-स्पीड ट्रायल का सफल समापन एक बड़ी तकनीकी उपलब्धि है और यह वंदे भारत स्लीपर सेवाओं की शुरुआत का रास्ता खोलता है. इसमें आगे कहा गया कि यह डेवलपमेंट आत्मनिर्भर भारत के विजन के तहत भारतीय रेलवे की इनोवेशन, सुरक्षा और स्वदेशी रेल मैन्युफैक्चरिंग को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता को दिखाता है.