Which country welcome New Year 2026: किरिबाती (Kiribati) दुनिया का पहला देश है जो नए साल 2026 में सबसे पहले प्रवेश करने वाला है. जानकारी के मुताबिक, इसका किरितिमाती द्वीप UTC+14 समय क्षेत्र में होने की वजह से यह नए साल का सबसे पहले स्वागत करने वाला देश बनने वाला है. दरअसल, प्रशांत महासागर के केंद्र में स्थित किरिबाती एक ऐसा द्वीप है, जो अपने आप में ही बड़ा अनोखा है. जब दुनिया के बाकी हिस्सों में 31 दिसंबर की तैयारी की धूमधाम के साथ तैयारी चल रही होती है, तो यहां किरिबाती के लोग कैलेंडर का पन्ना पलटकर नए साल में सबसे पहले प्रवेश कर चुके होते हैं.
किरिबाती को कहा जाता है दुनिया का ‘टाइम गेट’
किरिबाती का किरितिमाती द्वीप, जो ‘क्रिसमस द्वीप’ के नाम से विश्वभर में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है. जहां 2026 की पहली किरण देखने वाली है. तो वहीं, दूसरी तरफ ऐसा कहा जाता है कि यह द्वीप दुनिया के सबसे शुरुआती आधिकारिक समय क्षेत्र, UTC+14, में स्थित है. हालाँकि, सबसे ज्यादा गौर करने वाली बात यह है कि किरिबाती एक सबसे बड़ा समुद्री क्षेत्र में फैला हुआ है और साल 1955 से पहले यह देश अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा (International Date Line) के दोनों पर पूरी तरह से स्थित था, जिससे एक ही देश में दो अलग-अलग दिन होते थे. इतना ही नहीं, प्रशासन को सुचारू बनाने के लिए तिथि रेखा को पहले की तरफ पूरी तरह से मोड़ दिया गया है, जिससे किरितिमाती दुनिया का सबसे अनोखे समय क्षेत्र के रूप में पूरी दुनियाभर में जाना जाता है.
आखिर भारतीय समय के साथ क्यों की गई तुलना?
जानकारी के मुताबिक, किरिबाती और भारत के समय में 8 घंटे 30 मिनट का ही केवल अंतर है. तो वहीं, जब किरितिमाती में 1 जनवरी, 2026 की आधी रात (12:00 AM) को आतिशबाजी हो रही होगी, तब भारत में लोग 31 दिसंबर, 2025 को नए साल के लिए जमकर तैयारियां कर रहे होंगे.
नए साल की वैश्विक यात्रा को लेकर अन्य देशों की तैयारी
तो वहीं, किरिबाती के ठीक बाद, समोआ और टोंगा जैसे द्वीप राष्ट्र नए साल 2026 का स्वागत करने वाले हैं. इसके लगभग एक घंटे बाद न्यूजीलैंड के ऑकलैंड और फिर ऑस्ट्रेलिया के सिडनी जैसे बड़े शहरों में नए साल के जश्न की शुरुआत हो जाएगी. आखिरी में यह सिलसिला पूरी दुनिया में घूमते हुए अमेरिका के पास स्थित बेकर द्वीप और हाउलैंड द्वीप पर जाकर समाप्त हो जाएगा, जो किरिबाती से लगभग 26 घंटे पीछे चल रहा है.