Tej Pratap yadav: हसनपुर विधायक तेज प्रताप यादव ने बिहार के वैशाली जिले के महुआ में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि 2015 में महुआ से चुनाव लड़ते समय उन्होंने जनता से मेडिकल कॉलेज का वादा किया था। जिसे पूरा कर दिया गया है। तेज प्रताप ने कहा कि ‘हमने वादा किया था कि महुआ में मेडिकल कॉलेज बनवाएंगे। आज हम इसका निरीक्षण करने आए हैं।’
जांच के दौरान तेज प्रताप के समर्थक और कार्यकर्ता भी वहां मौजूद थे। बता दें इस दौरान उनकी गाड़ी और कार्यकर्ताओं के झंडे पर टीम तेज प्रताप यादव का लोगो नजर आया। जिसमें उनकी(तेजप्रताप) तस्वीर छपी हुई थी। समर्थकों ने नारा लगाते हुए कहा, ‘महुआ में कैसा विधायक हो, तेजप्रताप जैसा हो।’ जिसके बाद से यह दृश्य बिहार की राजनीति में चर्चा का विषय बन गया है।
महुआ से चुनाव लड़ने को लेकर तेज प्रताप ने क्या कहा
महुआ से एक बार फिर चुनाव लड़ने के सवाल पर तेज प्रताप ने कहा, ‘महुआ की जनता से मेरा पुराना रिश्ता है। अगर जनता चाहेगी तो मुझे महुआ से चुनाव लड़ना होगा।’ उन्होंने यह भी कहा कि वह जल्द ही हसनपुर में जनता दरबार लगाएंगे और लोगों की समस्याएं सुनेंगे। तेज प्रताप ने कहा कि भले ही उन्हें राजद से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है, लेकिन वह जनता के लिए काम करते रहेंगे।
राजनीतिक हलचल और नई टीम
सबसे ताज्जुब वाली बात ये रही कि दौरे के दौरान तेज प्रताप की गाड़ी से राजद का झंडा गायब था और उसकी जगह टीम तेज प्रताप यादव का लोगो लगा हुआ था। इससे संकेत मिलता है कि पार्टी से निकाले जाने के बाद तेज प्रताप ने अपनी नई टीम बना ली है। उनके इस कदम से बिहार की राजनीति में हलचल मच गई है। राजनीतिक जानकार इसे 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले बगावत का बिगुल फूंकना मान रहे हैं। बता दें कि तेज प्रताप यादव 2015 में महुआ से विधायक चुने गए थे और बिहार सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे। 2020 में उनकी सीट बदलकर हसनपुर कर दी गई। जहाँ से वह विधायक हैं।
कौन हैं तेज प्रताप यादव?
तेज प्रताप यादव 16 अगस्त 2022 से बिहार सरकार में मंत्री रह चुके हैं। वह बिहार सरकार में स्वास्थ्य मंत्री भी रह चुके हैं। आपको बता दें कि तेज प्रताप यादव 2015 में महुआ विधानसभा क्षेत्र से बिहार विधानसभा के लिए चुने गए थे। वह बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के बड़े बेटे हैं। तेज प्रताप यादव का जन्म 16 अप्रैल 1988 को पटना के गोपालगंज में राजनेता लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के घर हुआ था। हालाँकि, मौजूदा समय में उनके पिता लालू यादव ने उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से बाहर निकाल दिया है।