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Importance of Hariyali Teej- आखिर क्या है हरियाली तीज का महत्व, इस दिन व्रत रखने से आपको मिलेगा अच्छा वर

करवा चौथ के बाद जो सबसे महत्वपूर्ण त्योहार बनाया जाता है वो हरियाली तीज ही होती है ,  यह हिन्दुओ के लिए काफी खास माना गया है इस दिन माता पार्वती और शिवजी का मिलन हुआ था , हरियाली तीज के दिन हर सुहागन महिला अपने पति के लम्बे उम्र के लिए व्रत रखती है , और अगर किसी महिला की शादी में रूकावट हो रही है या उनकी शादी नहीं हो पाती है वो अगर इस दिन सच्चे दिल से बागवान शिव और माँ पार्वती का पाठ करते है तो उनकी सारी मुश्किलों का समाधान निकल जाता है

By: Komal Singh | Last Updated: July 9, 2025 11:01:37 AM IST



करवा चौथ के बाद जो सबसे महत्वपूर्ण त्योहार बनाया जाता है वो हरियाली तीज ही होती है ,  यह हिन्दुओ के लिए काफी खास माना गया है इस दिन माता पार्वती और शिवजी का मिलन हुआ था , हरियाली तीज के दिन हर सुहागन महिला अपने पति के लम्बे उम्र के लिए व्रत रखती है , और अगर किसी महिला की शादी में रूकावट हो रही है या उनकी शादी नहीं हो पाती है वो अगर इस दिन सच्चे दिल से बागवान शिव और माँ पार्वती का पाठ करते है तो उनकी सारी मुश्किलों का समाधान निकल जाता है 

हरियाली तीज हर बार सावन के महीने में बनाया जाता है और इस दिन कुवारी लड़किया अपना मन चाहा वर पाने के लिए इस दिन व्रत रखती है , और साथ ही यह भी माना जाता है की हरियाली तीज माँ पार्वती और शिव जी के दिव्य मिलन के लिए मनाया जाता है।

आखिर किस दो दिन है हरियाली तीज

हिन्दू कलैंडर के अनुसार इस बार हरियाली तीज 27 जुलाई को मनाया जायेगा , और अयोघ्या के पंडितो का कहना है की हरियाली तीज दो दिन की है जिसमे पहले दिन 26 जुलाई को 10 :41 तक बनाया जाएगा और 27 जुलाई को 10 : 42 पर खत्म हो जायेगा। अगर हम इस दिन पूजा करने के साथ साथ अगर शिव जी पर नारियल भी अर्पण करते है तो , हमारा बिगड़ा काम बन जाता है और साथ ही अगर शादी में कोई आपत्ति आ रही है तो वो भी ख़त्म हो जाएगी।

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क्या करने से होगीं माता पार्वती और शिव जी खुश

अगर आपकी शादी में कोई आपत्ति आ रही है तो इस दिन आपको स्नान करके लाल कपड़े धारण करना चाहिए और माता पार्वती और शिव जी को दूध और गंगा जल अर्पित करते है, उसके बाद सफ़ेद फूल भी चढ़ाते है फिर चंदन लगा कर पूजा आराधना करना चाहिए, इसे हमारा कुंडली से दोस चला जाता है और साथ ही हमारा शुक्र और चंद्र की दशा सही होती है।

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हरियालीतीज के दिन किस रंग की साड़ी पहनी चाहिए

ऐसे तो औरते इस दिन हरी रंग की साड़ी पहनती है लेकिन सनातन धर्म के अनुसार महिलाओं को अलग- अलग रंग की साड़ी पहना चाहिए जैसे की लाल, पीली, हरी और कई अन्य तरीके की साड़ी पहना चाहिए, इससे हर किसी के घर में सुख और समृद्धि आती है।

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