Flying Kremlin – Air Force One Comparison: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (या किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति) के विदेशी दौरों की चर्चा उनके विमानों के कारण भी होती है. रूस का ‘फ्लाइंग क्रेमलिन’ और अमेरिका का ‘एयर फोर्स वन’ दुनिया के सबसे सुरक्षित, उन्नत और लक्ज़री विमानों में शुमार हैं. ये सिर्फ एक यात्री विमान नहीं, बल्कि हवा में उड़ते हुए मोबाइल कमांड सेंटर हैं, जहां से दोनों देश अपने शीर्ष नेतृत्व को युद्ध से लेकर संकट प्रबंधन तक नियंत्रित करने की क्षमता देते हैं.
फ्लाइंग क्रेमलिन: पुतिन का हवाई किला
पुतिन का विमान बाहर से भले साधारण एयरलाइनर जैसा दिखता हो, लेकिन उसके अंदर भव्यता और सुरक्षा के उच्चतम स्तर मौजूद हैं. यह इल्युशिन Il-96-300PU का विशेष रूप से मॉडिफाइड वर्जन है.
इसमें लेदर फर्नीचर, सोने की डिजाइन वाली इंटीरियर, प्राइवेट ऑफिस, बड़ा कॉन्फ्रेंस रूम, गेस्ट लाउंज, डाइनिंग एरिया, मिनी जिम और मेडिकल रूम जैसी सुविधाएं दी गई हैं.
सुरक्षा के लिहाज़ से यह विमान दुनिया के सबसे सक्षम विमानों में से एक है. इसमें एंटी-मिसाइल प्रोटेक्शन सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक जैमर और रडार से बचाने वाली विशेष कोटिंग है. इसके साथ कई बार फाइटर जेट्स की एस्कॉर्ट टीमें उड़ान भरती हैं, जिससे इसे गिराना लगभग असंभव माना जाता है.
चार इंजनों से लैस यह विमान करीब 900 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ सकता है और बिना रुके 13,500 किलोमीटर तक यात्रा कर सकता है, जो किसी महाद्वीपीय यात्रा से भी अधिक दूरी है.
एयर फोर्स वन: अमेरिकी राष्ट्रपति का सुरक्षा विमान
अमेरिकी राष्ट्रपति का विमान बोइंग के VC-25 (747-200B) का मॉडिफाइड संस्करण है, जिसे दुनिया में ‘फ्लाइंग पेंटागन’ कहा जाता है. यह तीन मंजिला विमान लगभग 4,000 वर्गफुट के क्षेत्रफल में बना है.
इसमें राष्ट्रपति का निजी सुइट, कॉन्फ्रेंस रूम, बड़ी मीटिंग हॉल, ऑफिस, स्टाफ/सुरक्षा टीम की सीटिंग और फैमिली स्पेस शामिल है. इसमें 102 लोग सफर कर सकते हैं.
एयर फोर्स वन एक बार में 12,000 किलोमीटर तक उड़ सकता है, और इसमें हवा में ईंधन भरने की क्षमता है, जिससे यह लगभग अनिश्चित समय तक उड़ान जारी रख सकता है.
इसमें दुनिया के सबसे एडवांस्ड सैन्य और सुरक्षित कम्युनिकेशन सिस्टम होते हैं, जिससे राष्ट्रपति सीधे सेना, CIA, पेंटागन और वैश्विक नेताओं से जुड़ सकते हैं. सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत एक कार्गो विमान भी साथ उड़ता है जिसमें राष्ट्रपति की बुलेटप्रूफ कार ‘द बीस्ट’, हेलीकॉप्टर और अन्य सुरक्षा उपकरण मौजूद रहते हैं.
दोनों की कीमत पर एक नजर
रूसी राष्ट्रपति के विमान की कीमत का अनुमान अलग-अलग स्रोतों में भिन्न है, लेकिन यह आमतौर पर 500 से 716 मिलियन डॉलर के बीच बताया जाता है. कुछ भारतीय समाचार स्रोतों ने इसकी कीमत लगभग 6,275 करोड़ रुपये बताई है. अमेरिका के ‘एयर फोर्स वन’ जेट्स को बनाने में $3.9 बिलियन (लगभग ₹32,500 करोड़) की अनुमानित कीमत.
दोनों के बीच मुख्य अंतर
लंबाई में एयर फोर्स वन लगभग 70 मीटर और फ्लाइंग क्रेमलिन 55 मीटर का है. दूरी की क्षमता में पुतिन का विमान आगे है, लेकिन हवा में ईंधन भरने के कारण एयर फोर्स वन की endurance और बढ़ जाती है. इन दोनों विमानों की तुलना सिर्फ तकनीक नहीं, बल्कि दो महाशक्तियों की सैन्य, राजनीतिक और प्रतीकात्मक शक्ति को दर्शाती है.
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