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RBI की बड़ी बैठक! क्या जनता को होगा फायदा? रेपो रेट में कितनी गिरावट हो सकती है?

3 से 5 दिसंबर तक होने वाली यह मीटिंग शुक्रवार सुबह 10 बजे RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ​​के पॉलिसी अनाउंसमेंट के साथ खत्म होगी.

By: Anshika thakur | Published: December 3, 2025 9:21:28 PM IST



RBI Policy: रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) ने बुधवार को मुंबई में अपनी तीन दिन की मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी (MPC) मीटिंग शुरू की, जिसमें फाइनेंशियल मार्केट रेट कट के किसी भी संकेत पर करीब से नज़र रखे हुए हैं. 3 से 5 दिसंबर तक होने वाली यह मीटिंग शुक्रवार सुबह 10 बजे RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ​​के पॉलिसी अनाउंसमेंट के साथ खत्म होगी.

RBI MPC मीटिंग दिसंबर 2025 में शुरू होगी: क्या RBI रेपो रेट में कटौती करेगा?

मार्केट एनालिस्ट को उम्मीद है कि सेंट्रल बैंक सावधानी भरा रुख बनाए रखेगा, महंगाई पर प्रोग्रेस को इकोनॉमिक ग्रोथ बनाए रखने और लिक्विडिटी की स्थिति को मैनेज करने की ज़रूरत के साथ बैलेंस करेगा.

रेगुलर और सीनियर सिटिज़न्स के लिए बड़े स्मॉल फाइनेंस बैंकों के अपडेटेड सबसे ज़्यादा FD रेट्स

बैंक का नाम अवधि रेगुलर सिटिजन सीनियर सिटिजन
सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक 5 साल 8.05 8.1
जन स्मॉल फाइनेंस बैंक 5 साल 8 8.1
ESAF स्मॉल फाइनेंस बैंक 444 दिन 7.6 8.1
उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक 3-4 साल 7.5  8
स्लाइस स्मॉल फाइनेंस बैंक 1.5- 3 साल 7.5  7.5
उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक 2 साल 7.45  7.95
शिवालिक स्मॉल फाइनेंस बैंक 1.5- 2 साल 7.3 7.8
इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक 888 दिन 7.3 7.8
RBL बैंक 18- 36 महीना 7.2 7.7
बंधन बैंक 2-3 साल 7.2 7.7

रेपो रेट क्या है?

देश का सेंट्रल बैंक हर दो महीने में मॉनेटरी कमिटी की मीटिंग करता है. इस मीटिंग में रेपो रेट और दूसरे फाइनेंशियल मामलों पर फैसले लिए जाते हैं. रेपो रेट वह रेट है जिस पर कमर्शियल बैंक RBI से उधार लेते हैं. हालांकि, बैंक रेपो रेट का इस्तेमाल करके RBI से सिर्फ़ शॉर्ट-टर्म लोन ही ले सकते हैं.

रेपो रेट कट का क्या असर होगा?

अगर रेपो रेट में कटौती होती है, तो बैंक कम ब्याज दर पर लोन देंगे. नतीजतन, आपको भी कम ब्याज दर पर लोन मिलेगा.

इसी तरह, अगर रेपो रेट बढ़ता है, तो बैंकों के लिए पैसे उधार लेना महंगा हो जाएगा. इससे आपके लोन का इंटरेस्ट रेट भी बढ़ जाएगा. इससे आपकी EMI भी बढ़ जाएगी.

लेकिन यह पूरी तरह बैंकों पर है कि वे रेपो रेट घटने के बाद अपनी फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दर कम करें या नहीं.

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