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व्हाइट हाउस के पास नेशनल गार्ड पर हमला, ट्रंप ने अफगान नागरिकों की सख्त जांच का दिया आदेश

अमेरिका के व्हाइट हाउस (White House) के पास ड्यूटी पर तैनात दो नेशनल गार्ड (Two National Guard) को गोली मारने की घटना सामने आई है. इस घटना को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.

By: DARSHNA DEEP | Last Updated: November 27, 2025 1:07:06 PM IST



Washington DC Shooting:  अमेरिका व्हाइट हाउस के पास दो नेशनल गार्ड सदस्यों को गोली मारे जाने की घटना ने हर किसी को हैरान कर दिया है. इस घटना को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह एक तरह का आतंकी हमला है जिसे किसी भी हाल में बर्दाशत नहीं किया जाएगा. 

कब और कैसे हुई गोलीबारी की घटना?

दरअसल, यह चौंकाने वाली घटना बुधवार दोपहर की है, जब वेस्ट वर्जीनिया नेशनल गार्ड के दो सैनिकों पर व्हाइट हाउस से कुछ ही दूरी पर गोली मार दी गई. इस दौरान दोनों गार्ड गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. इस गोलीबारी की वारदात के बाद व्हाइट हाउस परिसर को तुरंत बंद कर दिया गया. तो वहीं, घटना के समय अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप फ्लोरिडा में थे. 

ट्रंप ने वीडियो के जरिए की कड़ी निंदा

इस वारदात के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने एक वीडियो संबोधन में इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह पूरी तरह से ‘मानवता के विरुद्ध अपराध’ है. तो वहीं, घटना को गंभीर बताते हुए ट्रंप ने पेंटागन को अमेरिकी राजधानी में 500 अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती करने का सख्त से सख्त आदेश भी दिया है. 

अफगान नागरिकों की होगी कड़ी जांच

इस घटना के बाद, ट्रंप ने एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन के शासनकाल में अफगानिस्तान से अमेरिका में प्रवेश करने वाले हर एक विदेशी नागरिक की एक बार फिर से कड़ी जांच की जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने आगे जानकारी देते हुए बताया कि डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी (DHS) को संदेह है कि गोलीबारी का संदिग्ध साल 2021 में अफगानिस्तान से अमेरिका आया था. 

पुलिस ने एक संदिग्ध को किया गिरफ्तार

गोलीबारी की वारदात को संज्ञान में लेते हुए पुलिस ने जांच के दौरान एक संदिग्ध को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है. लकनवाल, जो कथित तौर पर साल 2021 में अमेरिका आया था. लेकिन, घटना को ध्यान में रखते हुए न्याय विभाग के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस गोलीबारी की जांच ‘आतंकवादी कृत्य’ मानकर की जा रही है.

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