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Bihar Assembly Speaker: कौन हैं प्रेम कुमार? जिसे NDA सौंप सकती है बिहार की सबसे बड़ी जिम्मेदारी

Bihar Politics: बिहार BJP में, डॉ. प्रेम कुमार एक ऐसी पीढ़ी को रिप्रेजेंट करते हैं जिसने संगठन को बूथ लेवल से लेकर सत्ता के शिखर तक बढ़ते देखा है. दरअसल, गया टाउन सीट से लगातार 9 बार MLA चुना जाना अपने आप में एक बड़ी बात है.

By: Heena Khan | Last Updated: November 20, 2025 1:54:33 PM IST



Bihar Assembly Speaker: बिहार के पटना के गांधी मैदान में आज NDA का भव्य जश्न है. दरअसल, आज नीतीश कुमार CM पद की शपथ लेने जा रहे हैं और आज ही शपथ ग्रहण समारोह है. वहीं आपको बता दें कि पिछले कई दिनों से पॉलिटिकल गलियारों में एक नाम की चर्चा तेज है और वो नाम है डॉ. प्रेम कुमार. जानकारी के मुताबिक ये BJP के सबसे पुराने और सबसे अनुभवी MLA में से एक, प्रेम कुमार बिहार विधानसभा के स्पीकर बनने वाले हैं, और वो मौजूदा स्पीकर नंद किशोर यादव की जगह लेंगे.

क्यों हो रही इस नाम पर चर्चा ?

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बिहार BJP में, डॉ. प्रेम कुमार एक ऐसी पीढ़ी को रिप्रेजेंट करते हैं जिसने संगठन को बूथ लेवल से लेकर सत्ता के शिखर तक बढ़ते देखा है. दरअसल, गया टाउन सीट से लगातार 9 बार MLA चुना जाना अपने आप में एक बड़ी बात है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 1990 में अपना पहला टर्म जीतने के बाद से, वो लगातार भारी वोटों से जीते हैं. जनता का यह लगातार सपोर्ट उन्हें मौजूदा विधानसभा के सबसे अनुभवी नेताओं में से एक बनाता है. वहीं आज इनकी यही खासियत इन्हे कैबिनेट में एक नई जगह दिलाएगी. 

वहीं अगर बात करें इनके राजनीतिक सफर की तो उनका राजनीतिक सफर सिर्फ चुनावी जीत तक सीमित नहीं रहा. बल्कि उन्होंने एग्रीकल्चर, डिजास्टर मैनेजमेंट, फूड एंड कंज्यूमर प्रोटेक्शन जैसे मंत्रालयों में अहम जिम्मेदारियां निभाईं हैं. एडमिनिस्ट्रेशन और लेजिस्लेटिव प्रोसेस की उनकी समझ उन्हें स्पीकर की संवैधानिक जिम्मेदारी के लिए एक मजबूत उम्मीदवार बनाती है.

बिहार में बनाया अलग रूतबा 

जानकारी के मुताबिक गया टाउन विधानसभा सीट से लगातार नौ बार जीतना हर किसी के बस की बात नहीं है. वहीं अगर बात करें इनकी पर्सनल इमेज की तो इनके इलाके में किए गए डेवलपमेंट के काम और ऑर्गनाइज़ेशनल ताकत ही इनकी इमेज को दर्शाता है. साथ ही आपको बता दें कि उन्होंने पहली बार 1990 में जीत हासिल की और तब से लगातार इस सीट पर कब्ज़ा बनाए रखे  हैं. यह रिकॉर्ड उन्हें विधानसभा में एक अच्छी कुर्सी दिलाने में अहम भूमिका निभाएगा. MLA के तौर पर अपने लंबे समय के दौरान, उन्होंने कई मंत्रालयों में मंत्री पद संभाले हैं, जिससे उन्हें लेजिस्लेटिव और एडमिनिस्ट्रेटिव दोनों क्षेत्रों में बहुत अनुभव मिला है.

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