Home > क्राइम > रहस्य से उठा पर्दाफ़ाश! आखिर लैपटॉप के DNA से कैसे पकड़ा गया दोहरे हत्याकांड का कातिल?

रहस्य से उठा पर्दाफ़ाश! आखिर लैपटॉप के DNA से कैसे पकड़ा गया दोहरे हत्याकांड का कातिल?

अमेरिका के न्यू जर्सी (New Jersey) में साल 2017 में हुई मां और बेटे की हत्याकांड मामले (Murder Case) में नया मोड़ सामने आया है. जहां, पुलिस ने 9 सालों बाद हत्या के अनसुलझे राज़ों (Murder Mystery) को सुलझा लिया है.

By: DARSHNA DEEP | Published: November 19, 2025 4:04:37 PM IST



International Crime News: अमेरिका के न्यू जर्सी में साल 2017 में हुई 38 साल की  शशिकला नर्रा और उनके 6 साल के मासूम बेटे अनीश की निर्मम हत्याकांड के मामले में अब एक नया मोड़ सामने आया ह. जहां, 9 सालों के बाद इस हत्याकांड की गुत्थी को सुलाझा लिया गया है. आखिर क्या है पूरा मामला जानने के लिए पूरी खबर पढ़िए. 

आखिर क्या है पूरा मामला?

अमेरिका के न्यू जर्सी में साल 2017 में हुई 38 साल की  शशिकला नर्रा और उनके 6 साल के मासूम बेटे अनीश की निर्मम हत्याकांड के मामले को पूरे 9 सालों के बाद सुलझा लिया गया है. न्यू जर्सी के अधिकारियों ने इस दोहरे हत्याकांड के आरोप में भारतीय नागरिक नजीर हमीद पर गंभीर आरोप लगाए हैं. वारदात के बाद आरोपी भारत भाग गया था, हांलाकि, पुलिस की टीम ने एक कंपनी द्वारा जारी किए गए लैपटॉप के जरिए पूरे वारदात का भंडाफोड़ कर दिया है.

डीएनए ने कैसे खोला काला राज़?

हत्याकांड के 9 साल के बाद, इस मामले में पुलिस को सफलता तब मिली जब जांचकर्ताओं को नजीर हमीद का डीएनए सैंपल हासिल करने का मौका मिल सका. यह पूरी घटना साल 2017 के 23 मार्च को  मेपल शेड अपार्टमेंट में हनु नर्रा ने अपनी पत्नी और बेटे को चाकू से मारकर मौत के घाट उतार दिया था. जांच के दौरान घटनास्थल से खून के कई नमूने एकत्र किए गए. इस दौरान एक अज्ञात खून की बूंद भी शामिल थी जो पीड़ितों या फिर हनु नर्रा से किसी भी तरह से मेल नहीं खाती थी. 

नजीर हमीद पर शक की सुई

आरोपी नजीर हमीद, जो कॉग्निजेंट टेक्नोलॉजीज में हनु नर्रा के साथ काम करता था और उनके घर से थोड़ी ही दूरी पर रहता था, वह पहले भी हनु नर्रा का पीछा करने के आरोप की वजह से पुलिस प्रशासन के रडार पर पहले से ही था. 

आखिर लैपटॉप कैसे बना हथियार

आरोपी नजीर हमीद हत्याकांड के बाद भारत भाग गया और उसने डीएनए नमूना देने से पूरी तरह से इनकार कर दिया था. इसके बाद साल 2024 में अधिकारियों ने एक अदालती आदेश प्राप्त कर कॉग्निजेंट से हमीद को कंपनी द्वारा जारी किया गया लैपटॉप भेजने की अपील भी की. आखिरकार, पुलिस ने लैपटॉप से एक डीएनए सैंपल हासिल कर लिया. इस डीएनए का मिलान क्राइम सीन से मिली अज्ञात खून की बूंद से हो गया, जिसने हमीद का अपराध से सीधा संबंध पूरी तरह से स्थापित कर दिया. 

क्या थी आरोपी की तकनीकी चालाकी

अभियोजकों के मुताबिक, नजीर हमीद हत्या के समय वीजा पर अमेरिका में काम कर रहा था. लेकिन, अधिकारियों का ऐसा मानना है कि हमीद ने अपनी तकनीकी विशेषज्ञता का इस्तेमाल कर आपराधिक इतिहास और पीछे पड़े जांचकर्ताओं को चकमा देने के लिए ही किया था. 

तो वहीं, सैंपल मैच होने के बाद, अधिकारियों ने हमीद के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर आग की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी. लेकिन, जांचकर्ता अभी भी इस क्रूर हत्या के पीछे हमीद के कथित मकसद को लेकर अनिश्चित हैं, लेकिन इस वारदात पर पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि वह हनु नर्रा से व्यक्तिगत दुश्मनी रखता था.

Advertisement