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पश्चिम बंगाल में SIR से हो गया चमत्कार! 28 साल बाद जिंदा हुआ ‘मृत’ पति; जानिए क्या है पूरा मामला?

West Bengal SIR News: पश्चिम बंगाल में जारी मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) एक महिला के लिए वरदान साबित हो गया है. पूरा मामला क्या है? आइए जानतें हैं.

By: Sohail Rahman | Published: November 18, 2025 4:37:47 PM IST



SIR  News From West Bengal: बिहार में सफलतापूर्वक SIR (मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण) होने के बाद अब देश के अन्य 12 राज्यों में SIR की प्रक्रिया शुरू हो गई है. इस बीच पश्किम पश्चिम बंगाल में SIR की प्रक्रिया एक महिला के लिए वरदान साबित हुआ है. दरअसल जानकारी सामने आ रही है कि, एसआईआर की वजह से एक महिला का टूटा हुआ घर फिर से बसता हुआ नजर आ रहा है. उसका दिवंगत पति घर लौट आया है. यह चमत्कार पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के बागदा गांव में हुआ.

अचानक घर लौट आया जगबंदू मंडल (Jagbandhu Mandal suddenly returned home)

जानकारी सामने आ रही है कि 28 साल से लापता जगबंदू मंडल सोमवार को अचानक घर लौट आए. उनके परिवार ने 1997 से उन्हें मृत मान लिया था और उनका अंतिम संस्कार भी कर दिया था. 55 वर्षीय जगबंदू फरवरी 1997 की एक ठंडी सुबह घर से निकले और फिर कभी वापस नहीं लौटे. उनकी पत्नी सुप्रिया दो छोटे-छोटे बच्चों का अकेले भरण पोषण करती थी. जब उन्हें ढूंढने के सभी प्रयास असफल हो गए तो खोजने एक ज्योतिषी ने उनकी मृत्यु की पुष्टि की. इसके बाद सुप्रिया ने अपने पति का अंतिम संस्कार किया और विधवा जीवन स्वीकार कर लिया.

सुप्रिया ने दरवाजा खोला तो फटी रह गईं आंखें (When Supriya opened the door, her eyes widened)

लेकिन सोमवार दोपहर अचानक दरवाजे पर दस्तक हुई. सुप्रिया ने दरवाजा खोला तो वही गोल-मटोल चेहरा था. आवाज़ भी वही थी. पिता बिजय मंडल ने अपने बेटे को पहचान लिया.जगबंदू ने जानकारी देते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ में उनकी नौकरी चली गई थी, इसलिए वे घर लौट आए. हालांकि असल वजह कुछ और ही सामने आ रही है. उनका नाम बगदा की मतदाता सूची से बहुत पहले ही कट चुका है. एसआईआर में अपना नाम बनाए रखने के लिए मूल मतदाता पहचान पत्र और जमीन के कागजात चाहिए.

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बैंकुड़ा की मतदाता सूची में दर्ज है जगबंदू का नाम (Jagbandhu’s name is registered in the voter list of Bankura)

ये भी जानकारी सामने आ रही है कि उनका नाम अभी भी बैंकुड़ा की मतदाता सूची में दर्ज है. इसलिए वे लौट आए. लेकिन बैंकुड़ा की वोटर लिस्ट में उसके नाम के बगल में सुलेखा मंडल का नाम देखकर लोगों में कानाफूसी शुरू हो गई है. सबसे दिलचस्प बात ये है कि सुलेखा के पति का नाम भी जगबंधु मंडल ही था. जिसके बाद दूसरी शादी की चर्चाएं आम हो गई. लेकिन जगबंदू ने दूसरी शादी की बात से साफ इन्कार कर दिया है.

जगबंदू ने क्या कहा? (What did Jagbandhu say?)

जगबंदू ने आगे स्पष्टीकरण देते हुए बताया कि वे गुजरात गए, मुंबई में रहे, कुछ समय बैंकुड़ा में रहे फिर आखिरकार छत्तीसगढ़ में बस गया था, लेकिन उन्होंने दूसरी शादी नहीं की है. स्थानीय बूथ समिति के सदस्य समीर गुहा ने बताया कि 2002 के बाद की SIR सूची में जगबंदू का नाम नहीं है बल्कि उनके पिता का नाम है. वापसी के बाद अब वह मूल दस्तावेजों के आधार पर अपना नाम जुड़वाने की कोशिश कर रहे हैं.

बीएलओ ने क्या बताया? (What did the BLO say?)

बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) ने बताया कि उनकी 28 साल तक कहीं का कोई आधिकारिक प्रमाण नहीं है. उनका नाम हटा दिया गया है. इस दावे की पुष्टि करना और नाम वापस डालना आसान नहीं होगा.

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