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Marathi भाषियों की गुंडागर्दी पर चीख पड़े CM फडणवीस? पहली बार रिस्क लेकर कह डाली इतनी बड़ी बात

Maharashtra Language Controversy : महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा एक दुकानदार पर हमला करने की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को कहा कि हिंसा का सहारा लिए बिना मराठी का सम्मान किया जाना चाहिए।

By: Shubahm Srivastava | Published: July 4, 2025 7:19:01 PM IST



Maharashtra Language Controversy : महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा एक दुकानदार पर हमला करने की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को कहा कि हिंसा का सहारा लिए बिना मराठी का सम्मान किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, साथ ही इस बात पर जोर दिया कि हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

हम मराठी का सम्मान करते हैं, लेकिन…

उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “हम मराठी का सम्मान करते हैं, लेकिन इसके नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। भारत में किसी भी भाषा का अपमान नहीं होने दिया जाएगा।” फडणवीस ने कहा, “पुलिस ने घटना पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की है और अगर भविष्य में कोई इस तरह का भाषा विवाद करता है, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

हमें अपनी मराठी पर गर्व है, लेकिन भारत की किसी भी भाषा के साथ इस तरह से अन्याय नहीं किया जा सकता है; हमें यह बात ध्यान में रखनी होगी। और कभी-कभी मुझे आश्चर्य होता है कि ये लोग अंग्रेजी को अपनाते हैं और हिंदी को लेकर विवाद करते हैं।

दुकानदार से मारपीट के बाद गरमाया मुद्दा

यह कैसी सोच है और यह कैसी कार्रवाई है? इसलिए, कानून को अपने हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।” यह घटना मुंबई के पास मीरा रोड में ‘जोधपुर स्वीयर शॉप’ चलाने वाले 48 वर्षीय दुकानदार बाबूलाल चौधरी के साथ हुई, जिस पर राज ठाकरे के नेतृत्व वाली मनसे ने हमला किया था, क्योंकि उसने उनसे पूछा था कि मराठी में बोलना अनिवार्य क्यों होना चाहिए। चौधरी ने पुलिस को बताया कि सुबह करीब 10:30 बजे मनसे के प्रतीक चिन्ह वाले कपड़े पहने हुए लोग उनकी दुकान में घुसे और पानी मांगा। 

जब उनके कर्मचारी ने हिंदी में जवाब दिया, तो उन्होंने आपत्ति जताई, जिसके बाद गाली-गलौज हुई। विवाद तब और बढ़ गया जब चौधरी ने बताया कि उनके कर्मचारी, जो कि दूसरे राज्य से हैं, मराठी में पारंगत नहीं हैं।

स्थिति तब और बिगड़ गई जब कथित तौर पर उन लोगों ने उनसे पूछा कि महाराष्ट्र में कौन सी भाषा बोली जाती है, जिस पर चौधरी ने जवाब दिया कि सभी भाषाएँ बोली जाती हैं। इस जवाब से गुस्साए लोगों ने चौधरी पर हमला किया और घटना का वीडियो बनाया। उन्होंने चौधरी को चेतावनी दी कि उन्हें इस इलाके में कारोबार करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत कश्मीरीरा पुलिस स्टेशन में सात अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।

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