International Cricket Council: अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने एशिया कप 2025 के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच विवादास्पद मुद्दों पर मध्यस्थता के लिए एक कमिटी का गठन किया है. शुक्रवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. BCCI द्वारा बैठक में यह मामला उठाए जाने के बाद, ICC बोर्ड ने दोनों देशों के बीच विवाद में शामिल होने पर सहमति जताई है.
ट्रॉफी विवाद पर मध्यस्थता के लिए किसे चुना गया?
टेलीकॉम एशिया स्पोर्ट (Telecom Asia Sport) ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों ही एशिया कप पर अपने-अपने रुख पर अड़े हुए हैं, इसलिए ICC बोर्ड ने शुक्रवार को अपनी बैठक में फैसला किया कि ओमान क्रिकेट बोर्ड (Oman Cricket Board) के अध्यक्ष पंकज खिमजी (Pankaj Khimji), जो दोनों बोर्डों के करीबी माने जाते हैं और पहले भी कई मौकों पर मध्यस्थता कर चुके हैं, कमिटी का नेतृत्व करेंगे.
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के चेयरमैन मोहसिन नकवी ने भारत को ट्रॉफी नहीं दी क्योंकि विजेता कप्तान सूर्यकुमार यादव ने उनसे ट्रॉफी लेने से इन्कार कर दिया था. शुक्रवार को बैठक में शामिल हुए नकवी इस बात पर अड़े रहे कि एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के अध्यक्ष होने के नाते केवल वही ट्रॉफी सौंप सकते हैं.
ये था मामला
भारत ने फाइनल में पाकिस्तान को 7 विकेट से हराकर एशिया कप का खिताब जीता. लेकिन भारतीय टीम ने नक़वी से ट्रॉफी लेने से इन्कार कर दिया क्योंकि पाकिस्तान के गृह मंत्री के तौर पर नक़वी ने भारत में आतंकवाद को बढ़ावा दिया था. नक़वी से ट्रॉफी लेने से इन्कार करने के बाद, सूर्यकुमार ने PCB और ACC प्रमुख को नाराज़ करते हुए, ट्रॉफी को पकड़कर अपने खिलाड़ियों के पास ले जाने का मज़ाक उड़ाया, जिन्होंने ऐसे जश्न मनाया जैसे ट्रॉफी उनके पास ही हो.
नक़वी ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को 10 नवंबर को दुबई में एक समारोह में ट्रॉफी लेने का प्रस्ताव दिया था, जिसे बीसीसीआई ने अस्वीकार कर दिया और ICC बैठक के सामने इस मुद्दे को उठाया. सूत्रों ने बताया कि बैठक शांतिपूर्ण माहौल में हुई और ICC बोर्ड ने ज़ोर देकर कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों ही क्रिकेट जगत के महत्वपूर्ण सदस्य हैं और उन्हें अपने मुद्दों को सुलझाना चाहिए.
ICC बैठक में क्या हुआ?
सूत्रों ने www.telecomasia.net को बताया कि ICC बैठक के दौरान हुई बातचीत में कोई कड़वाहट नहीं थी और ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका जैसे बोर्ड ने दोनों पक्षों को शांत करने की कोशिश की. वे ट्रॉफी के मुद्दों को सुलझाने के लिए 3 मेंबर कमिटी बनाने पर भी सहमत हुए. सूत्रों ने बताया कि नक़वी को आश्वासन दिया गया था कि बैठक सौहार्दपूर्ण ढंग से होगी, यही मुख्य कारण था कि वह बैठक में शामिल हुए.
नकवी की दुबई यात्रा की पुष्टि शुक्रवार सुबह ही हुई जब देश के उच्च सदन, सीनेट की एक महत्वपूर्ण बैठक स्थगित कर दी गई. सीनेट को देश के संविधान में एक महत्वपूर्ण संशोधन को मंज़ूरी देनी थी.