Home > विदेश > यूक्रेन के बाद रूस को इस पड़ोसी देश ने दिया तगड़ा झटका, एक के बाद एक रूसी नागरिकों को भेज रहा जेल… पुतिन के उड़े होश

यूक्रेन के बाद रूस को इस पड़ोसी देश ने दिया तगड़ा झटका, एक के बाद एक रूसी नागरिकों को भेज रहा जेल… पुतिन के उड़े होश

दोनों देशों के बीच तनाव तब शुरू हुआ जब येकातेरिनबर्ग शहर में 28 जून को पुलिस ने 50 से ज्यादा अजरबैजानी नागरिकों को हिरासत में ले लिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक  साल 2001 में हुई एक हत्या के मामले में इन सभी को पकड़ा गया था।

By: Shubahm Srivastava | Published: July 3, 2025 5:40:32 PM IST



Russia Azerbaijan Conflict : इजराइल और ईरान के संघर्ष के बाद, अब रूस और अजरबैजान के बीच तनाव बढ़ रहा है, एक रिपोर्ट के अनुसार, अजरबैजान के बाकू में पत्रकारों की गिरफ्तारी के बाद दोनों देशों में टकराव बढ़ता हउआ दिख रहा है। ये गिरफ्तारियाँ रूस द्वारा गंभीर अपराधों के संदिग्ध जातीय अजरबैजानियों को गिरफ्तार करने के बाद हुईं। बता दें कि एक वक्त दोनों देशों के बीच अच्छे रिश्ते थे, लेकिन अब चीजें खराब होती हुई दिख रही हैं। 

दोनों देशों के बीच तनाव तब शुरू हुआ जब येकातेरिनबर्ग शहर में 28 जून को पुलिस ने 50 से ज्यादा अजरबैजानी नागरिकों को हिरासत में ले लिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक  साल 2001 में हुई एक हत्या के मामले में इन सभी को पकड़ा गया था। लेकिन इस दौरान जियाद्दीन और हुसेन सफारोव नाम के दो भाइयों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। 

अपने लोगों की मौत की खबर सुनने के बाद अजरबैजान की सरकार रूस पर भड़क गई और उसने इस मामले को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। वहां के विदेश मंत्रालय ने इसे नस्लीय नफरत से प्रेरित और जानबूझकर किया गया गैरकानूनी हमला और हत्या बताया।

दोस्त बने दुश्मन

रूस-अजरबैजान के बीच कभी रिश्ते काफी अच्छे थे, लेकिन एकदम से उन में गिरावट आ गई। इस घटना क्रम को लेकर  विशेषज्ञ वादिम डबनोव कहते हैं कि ‘यह टकराव एक लंबी प्रक्रिया का हिस्सा है।’ 2020 में कराबाख युद्ध और 2023 में अजरबैजान की सैन्य सफलता के बाद अजरबैजान की इल्हाम अलीयेव सरकार ने खुद को रूस से कम और तुर्की और पश्चिम से ज्यादा जोड़ना शुरू कर दिया। 

लेकिन 25 दिसंबर 2024 को ग्रोज़्नी (चेचन्या) जा रहे एक अजरबैजानी यात्री विमान को गलती से रूस के एयर डिफेंस सिस्टम ने मार गिराया। 67 में से 38 यात्रियों की मौत हो गई। रूस ने माफ़ी नहीं मांगी, सिर्फ संवेदना जताई। अलीयेव ने इस पर कड़ी नाराज़गी जताई और इसे ‘सबूतों को दबाने और झूठ फैलाने’ की रूसी कोशिश बताया।

अजरबैजान का रूस पर बड़ा प्रहार 

इस तनाव के बीच अजरबैजान ने रूस के खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई की है। 30 जून को अजरबैजान की पुलिस ने बाकू में रूसी सरकारी मीडिया स्पुतनिक के दफ्तर पर छापा मारा। इसके बाद स्पुतनिक के संपादक इगोर कार्तवीख और प्रबंध संपादक बेलौसोव को हिरासत में ले लिया गया। अजरबैजान की पुलिस ने उन पर रूसी खुफिया एजेंसी FSB के एजेंट होने का आरोप लगाया है। रूस ने तुरंत अजरबैजान के राजदूत को तलब कर आपत्ति दर्ज कराई और इस कदम को शत्रुतापूर्ण बताया। 

फिर 1 जुलाई को अजरबैजान ने साइबर अपराध और मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में आठ रूसी नागरिकों को गिरफ्तार किया। जब उनकी तस्वीरें आईं तो दुनिया हैरान रह गई, क्योंकि उन्हें खून से लथपथ हालत में कोर्ट में पेश किया गया। विशेषज्ञों का मानना ​​है कि यह टकराव लंबे समय तक चलेगा, लेकिन संबंधों के पूरी तरह टूटने की कोई संभावना नहीं है।

भारत के साथ अज़रबैजान के रिश्ते बहुत मधुर नहीं हैं, लेकिन पाकिस्तान उसका करीबी सहयोगी है। अज़रबैजान के दुश्मन आर्मीनिया के साथ भारत के अच्छे रिश्ते हैं, जबकि पाकिस्तान आर्मीनिया को मान्यता भी नहीं देता।

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