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अमरनाथ यात्रा आज से शुरू, तीर्थयात्रियों का पहला जत्था हुआ रवाना, सुरक्षा व्यवस्था देख दंग रह गए लोग

38 दिनों तक चलने वाली यह यात्रा पहलगाम और बालटाल दोनों मार्गों से संचालित की जाएगी। यात्रा अगले महीने 9 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन संपन्न होगी।

By: Divyanshi Singh | Last Updated: July 3, 2025 8:53:14 AM IST



Amarnath yatra 2025:अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों का पहला जत्था बुधवार (3 जून) को कड़ी सुरक्षा के बीच जम्मू से रवाना हुआ। उपराज्यपाल (एलजी) मनोज सिन्हा ने भगवती नगर बेस कैंप से जत्थे को हरी झंडी दिखाई। इस दौरान श्रद्धालु ‘हर हर महादेव’ और ‘बम बम भोले’ के जयकारे लगाते रहे। तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बलों की करीब 600 अतिरिक्त कंपनियां तैनात की गई हैं। इस बीच जम्मू-कश्मीर पुलिस ने तीर्थयात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है।

एडवाइजरी जारी

पुलिस ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की है, जिसमें लिखा है, ‘अमरनाथ यात्रा 2025 करने वाले सभी तीर्थयात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे भगवती नगर, बटाल और नुनवान बेस कैंप से निकलने वाले निर्धारित काफिले में ही यात्रा करें। इसके साथ ही पुलिस ने यह भी कहा है कि निर्धारित तिथि से काफी पहले पहुंचने वाले यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा के दिन से काफी पहले पहुंच जाएं।

38 दिनों तक चलेगी यात्रा

38 दिनों तक चलने वाली यह यात्रा पहलगाम और बालटाल दोनों मार्गों से संचालित की जाएगी। यात्रा अगले महीने 9 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन संपन्न होगी। हर साल देशभर से लाखों श्रद्धालु बाबा अमरनाथ के दर्शन के लिए आते हैं। इस साल की यात्रा के लिए अब तक 3,31,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है। तत्काल पंजीकरण के लिए जम्मू में सरस्वती धाम, वैष्णवी धाम, पंचायत भवन और महाजन सभा में केंद्र खोले गए हैं। इन केंद्रों पर हर दिन 2 हजार श्रद्धालुओं का पंजीकरण हो रहा है।

यात्रा के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम

पहलगाम में हुए आतंकी हमले को देखते हुए इस बार कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बलों की करीब 600 अतिरिक्त कंपनियां तैनात की गई हैं, जो यात्रा सुरक्षा के लिए अब तक की सबसे बड़ी तैनाती है। यात्रा की तैयारियों के बारे में अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात प्रतिबंधों, भारी सुरक्षा व्यवस्था और कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच तीर्थयात्रियों को पहलगाम और बालटाल आधार शिविरों तक पहुंचाया जाएगा। इस दौरान 2 जुलाई से 9 अगस्त तक विभिन्न मार्गों पर यातायात प्रतिबंध लगाए जाएंगे।

हम आतंकवाद से नहीं डरते: अमरनाथ यात्रा के श्रद्धालु

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम बेस कैंप से रवाना हुए अमरनाथ यात्रियों के पहले जत्थे में शामिल एक श्रद्धालु ने कहा, “हम पहले जत्थे (पहलगाम से) में बाबा अमरनाथ के दर्शन करने जा रहे हैं। हम आतंकवाद से नहीं डरते और हम अमरनाथ यात्रा को सफलतापूर्वक पूरा करेंगे। यहां सुविधाएं बेहतरीन हैं। हम अमरनाथ श्राइन बोर्ड के आभारी हैं।”

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