Mumbai Children Hostage: देश की आर्थीक राजधानी मुंबई के पवई में 17 बच्चों को बंधक बनाये जाने की घटना ने न केवल देश बल्कि पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया है. अपहरण के बाद एक व्यक्ति ने बच्चों की बंधक बनाये जाने के घटना का विवरण देते हुए एक वीडियो भेजा है. लेकिन क्या आप जानते है कि बच्चों को इस तरह बंधक बनाये जाने का यह पहला मामला नही है. पहले भी कई भयावह मामले सामने आ चुके हैं जहां आतंकवादियों ने बच्चों की आड़ में अपना प्रभुत्व स्थापित करने की कोशिश की है. ऐसा ही एक मामला चेचन्या के बेसलान स्कूल हत्याकांड का है. बेसलान नरसंहार को दुनिया का सबसे क्रूर नरसंहार कहा जाता है. जिसमें 330 लोग मारे गए थे. 3 सितंबर 2004 बेसलान स्कूल हत्याकांड जिसे अब 21 साल हो गए है. सितंबर 2004 में रूस के बेसलान में हुए इस स्कूल बंधक हत्याकांड में 330 लोग मारे गए थे. जिनमें से ज़्यादातर बच्चे थे. इसे चेचन आतंकवादियों ने अंजाम दिया था.
बेसलान स्कूल हत्याकांड क्या है?
इस बीच आतंकवादियों ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दी. दर्जनों मासूम बच्चियों के साथ बलात्कार किया गया जिनमें से कई तो आठ साल की भी थी और खून बहने से तड़प-तड़प कर मर गई थी. आतंकवादियों ने बलात्कार का वीडियो भी बनाया. भूखे-प्यासे बच्चों ने जब पानी मांगा तो उन्हें अपने ही शौचालय का पानी पीने के लिए मजबूर किया गया.
स्कूल में आतंकवादियों समेत सभी को बेहोश करने के लिए जहरीली गैस का भी इस्तेमाल किया गया है. हालांकि गैस की अत्यधिक मात्रा के कारण कई बच्चों की दम घुटने से मौत हो गई थी. इसके अलावा सेना और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में सैकड़ों बच्चे मारे गए. यह ऑपरेशन तीन दिनों तक चला था.
मुंबई में 17 बच्चों को बंधक क्यों बनाया गया?
मुंबई के पवई में 17 बच्चों को बंधक बना लिया गया. वे पवई स्थित आरए स्टूडियो गए थे. जब बच्चे दोपहर के भोजन के समय तक बाहर नहीं आए तो उनके माता-पिता चिंतित हो गए. इसी बीच एक व्यक्ति ने एक वीडियो भेजकर दावा किया कि बच्चों को बंधक बनाया गया है. इस व्यक्ति का नाम रोहित आर्य है. वीडियो में उसने धमकी दी कि अगर उन्होंने उसकी बात नहीं मानी तो वह स्टूडियो में आग लगा देगा. इस वीडियो से हंगामा मच गया. गनीमत रही कि दमकलकर्मियों और पुलिस ने सभी बच्चों को सुरक्षित बचा लिया और आरोपी को हिरासत में ले लिया.