Maharashtra News: देश में “वोट चोरी” का मुद्दा लगातार गरमा रहा है. विपक्ष लगातार भाजपा सरकार पर वोट चोरी का आरोप लगा रहा है. अब यह मुद्दा महाराष्ट्र में भी तूल पकड़ रहा है. महाराष्ट्र में विपक्ष ने एक विरोध मार्च निकाला. कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी (सपा) और मनसे के गठबंधन महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने मुंबई में इस मार्च में हिस्सा लिया है. इस मार्च को “सत्यचा मोर्चा” नाम दिया गया है.
महाराष्ट्र में विपक्षी नेताओं का आरोप है कि मतदाता सूची में अनियमितताओं के कारण भाजपा 2014 से चुनाव जीतती आ रही है. इस बीच राज्य में बीएमसी चुनाव भी होने वाले है. इन विपक्षी दलों ने इससे पहले एकजुटता का प्रदर्शन किया है. बीएमसी सीट लंबे समय से उद्धव ठाकरे की शिवसेना का गढ़ रही है. हालांकि पार्टी में फूट के बाद यह चुनाव उनके लिए “अस्तित्व की लड़ाई” बन गया है.
शरद पवार ने सभी एमवीए दलों से अपील की
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने सभी एमवीए दलों से एकजुट होने की अपील की है. उन्होंने कहा “आज का विरोध प्रदर्शन मुझे संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन की याद दिलाता है. आप सभी ने हमारी एकता की ताकत दिखाई है. यह लोकतंत्र द्वारा प्रदत्त हमारे अधिकार की रक्षा का समय है. हमें अपने सभी राजनीतिक मतभेद को भुलाकर लोकतंत्र की रक्षा के लिए एकजुट होना चाहिए.”
राज ठाकरे ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया
एमवीए अध्यक्ष राज ठाकरे ने चुनाव आयोग पर नगर निकाय चुनाव जल्दबाजी में कराने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा “अगर मतदाता सूची में इतनी त्रुटियां है, तो चुनाव आयोग बीएमसी चुनाव कराने की इतनी जल्दी में क्यों है?” राज ठाकरे ने दावा किया कि मुंबई उत्तर में 17.29 लाख मतदाता हैं, जिनमें से 62,000 डुप्लिकेट मतदाता है. इसी तरह मुंबई के अन्य लोकसभा क्षेत्रों में भी डुप्लिकेट मतदाता है.
शिंदे गुट और भाजपा ‘एनाकोंडा’ जैसे – उद्धव ठाकरे
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे गुट और भाजपा को ‘एनाकोंडा’ कहा है. उन्होंने कहा “मैं उन्हें एनाकोंडा कहता हूं क्योंकि उन्होंने पहले हमारी पार्टी चुराई और अब वोट चुरा रहे है. चुनाव आयोग का सर्वर भाजपा अधिकारियों के पास है.” उन्होंने कहा कि “हम चुनाव चाहते है. हम उन्हें लोकतांत्रिक तरीके से सबक सिखाना चाहते है. लेकिन अगर वे चुनाव में धांधली कर रहे हैं, तो जनता को तय करना चाहिए कि चुनाव होने चाहिए या नही.”
उद्धव ठाकरे ने कहा, “हमें ऐसे मामले मिले हैं जहाँ मतदाताओं का पंजीकरण सार्वजनिक शौचालयों के पते पर किया गया था। कल्पना कीजिए कि आपके अपने पते पर कितने फर्जी मतदाता पंजीकृत हो सकते हैं। कृपया इसकी प्राथमिकता से जाँच करें।”