ISI Support Hamas: पाकिस्तान ने एक बार फिर वो काम किया है जिसके लिए वो दुनिया भर में बदनाम है. अपनी धरती पर हमेशा आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला पाकिस्तान अब हमास की मदद कर रहा है. बांग्लादेशी मीडिया हाउस “ब्लिट्ज़” की एक रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है. रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोगी होने का दिखावा तो करता है, लेकिन जिहादी संगठनों को पनाह और प्रशिक्षण भी दे रहा है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) अब सीधे तौर पर हमास का समर्थन कर रही है, न केवल गाजा स्थित हमास आतंकवादियों को पनाह दे रही है, बल्कि उन्हें विशेष शिविरों में प्रशिक्षण भी दे रही है. बताया जा रहा है कि ये शिविर पाकिस्तान के भीतर और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में स्थित हैं. शायद यही वजह है कि इस्लामाबाद ने ट्रंप की गाजा शांति योजना पर अचानक यू-टर्न ले लिया.
PAK में घूम रहे हैं हमास के प्रतिनिधि
ब्लिट्ज़ की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि जहाँ पश्चिमी देशों ने 7 अक्टूबर को इज़राइल में हुए नरसंहार के बाद हमास को अलग-थलग करने की रणनीति बनाई थी, वहीं पाकिस्तान ने हमेशा की तरह आतंकवादियों का समर्थन किया. अब, हमास के प्रतिनिधि पाकिस्तानी धरती पर खुलेआम घूम रहे हैं, सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं और स्थानीय जिहादी नेटवर्क के साथ सहयोग कर रहे हैं.
ट्रंप को धोखा दे रहा PAK
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में गाजा के लिए 20-सूत्रीय शांति योजना पेश की थी. इसमें हमास से अपने हथियार डालने और बंधकों को रिहा करने का आह्वान किया गया था. हैरानी की बात यह है कि ट्रंप ने दावा किया कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और सेना प्रमुख असीम मुनीर इस योजना के “सौ प्रतिशत” समर्थक हैं. शुरुआत में, शरीफ ने इस योजना का स्वागत किया और द्वि-राज्य समाधान की वकालत की.
लेकिन अब विदेश मंत्री इशाक डार ने पाकिस्तानी संसद में स्पष्ट किया है कि यह ट्रंप की योजना है, हमारी नहीं. कुछ ही दिनों में, इस्लामाबाद ने अपना रुख बदल दिया. इस योजना का आंतरिक रूप से कड़ा विरोध हुआ था, और आईएसआई भी इसकी साजिश रच रही थी.

