Japan HVGP Missile : दुनिया भर के देश इस वक्त तेजी से अपने जखिरे को एडवांस कर रहे हैं। इसमें हाइपसोनिक मिसाइल, 5th जनरेशन फाइटर जेट जैसे हथियार शामिल हैं। हाल के समय में पहले भारत-पाक के बीच संघर्ष और फिर ईरान-इजरायल के बीच हुए जंग में एक से बढ़कर एक खतरनाक हथियार देखने को मिला है। पूर्वी एशिया के देश भी अब तेजी से इस काम में जूट गए हैं।
अमेरिका के बड़े सहयोगियों में से एक जापान ने भी इस वक्त अपने पड़ोसी चीन और उत्तर कोरिया के बढ़ती सैन्य ताकत से काफी ज्यादा टेंशन में है। अब इसी कड़ी में अपनी सुरक्षा के मद्देनजर जापान ने एक नई मोबाइल हाइपरसोनिक मिसाइल Hyper Velocity Guided Projectile (HVGP) से पर्दा उठाया है।
जापान की HVGP मिसाइल की ताकत?
रिपोर्ट्स के मुताबिक HVGP मिसाइल 900 KM तक मार करने में सक्षम है। जापान का प्लान इसकी रेंज को 2,000 से 3,000 किमी तक ले जाने की है। यह मिसाइल Mach 5 यानी हवा से 5 गुणा तेज रफ्तार से उड़ान भरती है और दुश्मन के तीन लेयर वाले डिफेंस सिस्टम को भेदने में सक्षम है। फिर चाहे वो चीन का युद्ध पोत हो या फिर उत्तर कोरिया के गुप्त परमाणु लॉन्चर।
इससे कोई बच नहीं पाएगा।
चीन के एयरक्राफ्ट कैरियर निशाने पर, तीन लेयर की सुरक्षा नहीं आएगी काम
जानकारी के लिए बता दें कि चीन की नौसैनिक रणनीति में विमानवाहक पोत की सुरक्षा के लिए तीन स्तरीय सुरक्षा घेरा तैयार किया गया है, जिसमें बाहरी क्षेत्र में जे-15 लड़ाकू विमान और पनडुब्बियां, मध्य क्षेत्र में विध्वंसक और पनडुब्बी रोधी हथियार और आंतरिक सुरक्षा में क्लोज-इन हथियार प्रणाली शामिल हैं। चीन के इन्हीं हथियारों के दम पर पाकिस्तान इतराता रहा है। लेकिन एचवीजीपी जैसी मिसाइलें अपनी तेज रफ्तार से इन सभी चीनी हथियारों और रक्षा प्रणालियों को नाकाम कर सकती हैं।
तानाशाह के परमाणु हथियार की आएगी शामत
उत्तर कोरिया का तानाशाह किम जोंग उन काफी समय से अपने परमाणु हथियारों को और भी ज्यादा घातक बनाने में लगे हुआ है। इसके अलावा इन्हें इस तरह तैयार कर रहा है कि आसानी से कही भी ले जाया जा सके. लेकिन जापान की यह हाइपरसोनिक मिसाइलें उत्तर कोरिया उन सभी ठिकानों को निशाना बना सकती हैं, जहां किम जोंग उन ने अपने परमाणु हथियार छुपा रखे हैं.
जापान का अपने दुश्मनों को सीधा संदेश
जापान के पास पहले से ही अमेरिकी टॉमहॉक क्रूज मिसाइल, लंबी दूरी की टाइप 12 मिसाइल और अब एचवीजीपी की ताकत है। इसने अपनी सैन्य क्षमताओं को तेजी से इस हद तक बदल दिया है कि यह दुश्मन के खिलाफ सटीक, लंबी दूरी की और बेहद घातक हमले कर सकता है।
जापान ने संकेत दिया है कि वह अब मूकदर्शक नहीं रहेगा। चाहे वह चीन के ब्लू वॉटर ऑपरेशन को चुनौती देना हो या उत्तर कोरिया के ‘अस्तित्व निवारक’ को बेअसर करना हो – एचवीजीपी और स्क्रैमजेट-आधारित हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइलें पूरे समीकरण को बदल सकती हैं।
IAEA प्रमुख की जासूसी से इजरायल ने किया हमला? ईरान के इस खुलासे से नेतन्याहू-ट्रंप के उड़ गए होश

