Benefits Of Eating Stale Roti: भारतीय रसोई में हर सुबह ताजा गरम रोटियों की खुशबू आम बात है, लेकिन उसी रसोई में रात की बची रोटियों को अक्सर गाय को खाने के लिए दे दिया जाता है या कचरे में डाल दिया जाता है। अब विशेषज्ञ और आयुर्वेदिक जानकार इस आदत को बदलने की सलाह दे रहे हैं। उनका कहना है कि बासी रोटी सिर्फ खाने योग्य ही नहीं, बल्कि सेहत के लिए खजाना साबित हो सकती है। खासकर कुछ खास स्वास्थ्य स्थितियों में इसका सेवन औषधि जैसा असर करता है।
कई बिमारियों को खा जाती है बासी रोटी
डॉक्टरों और आयुर्वेदिक एक्सपर्ट्स के अनुसार, बासी रोटी में मौजूद कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट और फाइबर न केवल पाचन को दुरुस्त करते हैं, बल्कि शुगर, बीपी, मोटापा, कब्ज और अल्सर जैसी समस्याओं में भी राहत देते हैं। इसकी सबसे खास बात यह है कि यह शरीर में ऊर्जा का स्तर बनाए रखती है, भूख कम लगने देती है और दिनभर एक्टिव बनाए रखती है।
डायबिटीज में कैसे फायदेमंद है बासी रोटी?
बासी रोटी में मौजूद कॉम्प्लेक्स कार्ब्स धीरे-धीरे टूटते हैं, जिससे ब्लड शुगर लेवल में अचानक उछाल नहीं आता। डॉक्टरों की मानें तो सुबह खाली पेट एक बासी रोटी को ठंडे दूध में भिगोकर खाने से शुगर कंट्रोल में रहती है और व्यक्ति को लंबे समय तक भूख नहीं लगती। यह तरीका पुराने समय से ग्रामीण भारत में अपनाया जाता रहा है।
एसिडिटी और गैस के लिए रामबाण इलाज
जिन लोगों को गैस, खट्टी डकारें और पेट की जलन की समस्या रहती है, उनके लिए भी बासी रोटी किसी औषधि से कम नहीं है। ठंडी रोटी शरीर की अतिरिक्त गर्मी को शांत करती है। इसे दही या ठंडे दूध में भिगोकर खाने से पेट को ठंडक मिलती है और एसिडिटी में राहत मिलती है।
हाई बीपी वालों को भी मिल सकता है लाभ
हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को डॉक्टर अक्सर कम नमक और कम तेल वाला भोजन लेने की सलाह देते हैं। ऐसे में बासी रोटी, खासतौर से बिना नमक के दही के साथ सेवन करने पर बीपी को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
वजन घटाना में फायदेमंद बासी रोटी
बासी रोटी में मौजूद फाइबर पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे ओवरईटिंग पर नियंत्रण रहता है। इसके नियमित सेवन से मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है और वजन घटाने की प्रक्रिया तेज होती है।
कब्ज और अपच से देगी राहत
बासी रोटी का एक और बड़ा फायदा यह है कि यह पाचन तंत्र को दुरुस्त करती है। इसमें पर्याप्त मात्रा में फाइबर होता है जो आसानी से पचता है और सुबह पेट साफ करने में सहायक होता है। इसे दही या दूध में भिगोकर खाने से कब्ज की समस्या में खास राहत मिलती है।
थकावट और कमजोरी में बेहद फायदेमंद
जो लोग दिनभर थका हुआ महसूस करते हैं, उनके लिए भी बासी रोटी फायदेमंद हो सकती है। यह शरीर को धीरे-धीरे ऊर्जा देती है और दिनभर तरोताजा बनाए रखती है।
मुंह के छाले और अल्सर में राहत
मुंह में छाले, जलन या गले में खराश हो तो बासी रोटी को दूध में भिगोकर खाना बेहद आराम देता है। यह नरम होती है, चुभती नहीं और गले से आसानी से नीचे उतर जाती है।
कैसे करें बासी रोटी का सेवन?
बासी रोटी का अधिकतम लाभ तभी मिलेगा जब उसे सही तरीके से खाया जाए। रात की रोटी को ढककर फ्रिज में रखा जाए और सुबह उसे ठंडे दूध या ताजे दही में भिगोकर खाया जाए। चाहें तो स्वाद के लिए इसमें थोड़ा गुड़ या काला नमक भी मिला सकते हैं। ध्यान रहे, रोटी 10 से 12 घंटे से ज्यादा पुरानी न हो और उसमें फफूंदी या दुर्गंध न हो। आधुनिक दौर में जहां लोग हेल्दी डाइट के लिए महंगे सप्लीमेंट्स और विदेशी डाइट प्लान्स की तरफ भागते हैं, वहीं भारतीय रसोई की एक साधारण सी चीज बासी रोटी, कई बीमारियों से राहत देने वाला घरेलू नुस्खा बन सकती है। आयुर्वेद भी इसके सेवन को समर्थन देता है। तो अगली बार जब आपके घर में रोटियां बच जाएं, तो उन्हें कचरे में न फेंकें बल्कि अपनी सेहत को बेहतर बनाने के लिए इस देसी फार्मूले को अपनाएं।