Donald Trump India Russia Oil: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन पर हमलावर रूस के बीच चल रही जुबानी जंग में भारत और चीन जैसे देश भी फंस सकते हैं। ट्रंप ने कहा है कि अगर रूस 50 दिनों में यूक्रेन वॉर खत्म करने पर तैयार नहीं होता है, तो अमेरिका मॉस्को के विरुद्ध 100 फीसदी टैरिफ लगा सकता है। इतना ही नहीं, ट्रंप ने यह भी धमकी दी है कि अगर रूस 50 दिनों में नहीं माना, तो उससे तेल खरीदने वाले देशों पर प्रतिबंध भी लगाए जाएंगे। ट्रंप की यह धमकी सीधे तौर पर भारत और चीन की ओर इशारा कर रही है, जो रूस से सबसे ज्यादा तेल खरीद रहे हैं। यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद अब रूस भारत को सबसे ज्यादा तेल निर्यात कर रहा है। अमेरिका कई सालों से भारत को धमकाता रहा है, लेकिन भारत वाशिंगटन के आगे नहीं झुका है।
ट्रंप ने नाटो सचिव मार्क रूट से मुलाकात की है, जहां उन्होंने नाटो के जरिए यूक्रेन को बड़े पैमाने पर हथियार भेजने का ऐलान किया है। ट्रंप ने कहा, ‘हम रूस से बेहद नाखुश हैं। अगर रूस 50 दिनों में डील नहीं करता है, तो उसके खिलाफ भारी टैरिफ लगाए जाएंगे। यह टैरिफ 100 फीसदी होगा।’ इस दौरान, ट्रंप और रूट ने एक नई योजना की घोषणा की जिसके तहत नाटो के ज़रिए यूक्रेन को अमेरिकी हथियारों की आपूर्ति जारी रहेगी। अमेरिकी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि ट्रंप रूस पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाएंगे, जबकि रूस से ऊर्जा खरीदने वाले देशों पर द्वितीयक प्रतिबंध लगाए जाएँगे।
रूस पर प्रतिबंध लगाने वाला विधेयक पेश
हाल के दिनों में, ट्रंप कई बार पुतिन पर अपना गुस्सा निकाल चुके हैं, जो यूक्रेन में युद्ध रोकने को तैयार नहीं हैं। ट्रंप ने कहा कि पुतिन ने उन्हें निराश किया है। ट्रंप रूस और तेल खरीदने वाले अन्य देशों पर प्रतिबंध लगाने की धमकी ऐसे समय दे रहे हैं जब अमेरिकी सीनेट में रूस पर प्रतिबंध लगाने वाला एक विधेयक पेश किया गया है। इस विधेयक में प्रस्ताव है कि रूस से तेल और ऊर्जा उत्पाद खरीदने वाले मुल्कों पर 500 % प्रतिबंध लगाया जाएगा। इसमें भारत और चीन भी शामिल हैं। माना जा रहा है कि ट्रंप चीन और भारत के ज़रिए रूस पर दबाव बनाना चाहते हैं। इसके साथ ही, वह रूस की आय के स्रोत भी बंद करना चाहते हैं।
मालूम हो, मई 2025 में रूस से तेल खरीदने वाला भारत दूसरा सबसे बड़ा देश है। अनुमान है कि भारत ने मई महीने में रूस से 4.2 अरब यूरो का तेल खरीदा है। जो भारत के कुल आयात का 72 % है। पिछले हफ़्ते ही अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि वह भारत और चीन पर प्रतिबंध लगाने वाले इस विधेयक पर गंभीरता से विचार करेंगे। यह विधेयक अप्रैल में सीनेट में पेश किया गया था। इसे सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने पेश किया, जो ट्रंप की पार्टी से हैं और उनके करीबी भी हैं। हालाँकि, यह विधेयक राष्ट्रपति को किसी देश विशेष को कुछ वक्त के लिए छूट देने की आज़ादी देता है। इससे पहले, भारतीय विदेश मंत्री ने अमेरिका में कहा था कि वह भारत की चिंताओं को लेकर सीनेटर लिंडसे ग्राहम के संपर्क में हैं।
ट्रंप पुतिन और ज़ेलेंस्की से करेंगे बात
बता दें कि ट्रंप सोमवार को रूसी नेता व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की से फ़ोन पर बात करेंगे। ट्रंप ने उम्मीद जताई है कि इस बातचीत से रूस और यूक्रेन के बीच युद्धविराम समझौते की दिशा में प्रगति होगी। ट्रंप ने सप्ताहांत में सोशल मीडिया पर एक ‘पोस्ट’ शेयर किया और उम्मीद जताई कि सोमवार एक ‘सार्थक दिन’ होगा और ‘युद्धविराम’ की दिशा में प्रगति होगी। वह उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के सदस्य देशों के नेताओं से भी फ़ोन पर बात करेंगे। ट्रंप फरवरी 2022 में रूस के आक्रमण से शुरू हुए युद्ध को समाप्त करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया था कि दोबारा राष्ट्रपति चुने जाने के तुरंत बाद वह इस संघर्ष को सुलझा लेंगे।

