Bangladesh: बांग्लादेश में 27 साल की महिला के साथ उसके घर में घुसकर रेप करने का दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यह दरिंदगी यही नहीं रुकी युवती का वीडियो भी बनाया गया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया गया। वायरल हो रहे वीडियो में एक नग्न महिला गुहार लगाती हुई दिख रही है। वीडियो में यह दिख रहा है है कि महिला के साथ मारपीट की जा रही है। दरिंदगी की वीडियो सामने आने के बाद से देश भर के लोग गुस्से में हैं। ढाका यूनिवर्सिटी के छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। मामले में पुलिस ने बांग्लादेश नेशलिस्ट पार्टी (BNP) के स्थानीय नेता समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है।
हिंदू है महिला
बता दें यह घटना 26 जून की है हालाकि वीडियो 27 जून को सामने आया जिसके बाद से लोगों में गुस्सा देखने को मिल रहा है। बांग्लादेशी मीडिया की माने तो बीएनपी नेता फजर अली जो की 36 साल के बताए जा रहे हैं फजर अली ने रात करीब 11 बजे युवती के घर में जबरन घुस गया और उसके साथ रेप और मारपीट की। यूवती की चीख पुकार सुनकर स्थानीय लोग वहां आएं और आरोपियों को पकड़ लिया। वहीं मुरादनगर पुलिस स्टेशन के प्रभारी जहिदुर रहमान ने बताया कि पीड़ित महिला दो बच्चों की मां है और हिंदू समुदाय से है।
स्थानीय लोगों ने आरोपी को पकड़ा
पुलिस के बयान के अनुसार, ’26 जून को कोमिला जिले के मुरादनगर थाने के अंतर्गत रामचंद्रपुर पंचकित्ता गांव के फजर अली और उसके पिता शाहिद मियां को उसी गांव के एक प्रवासी की पत्नी से बलात्कार के आरोप में इलाके के लोगों ने हिरासत में लेकर पीटा।’ बयान में कहा गया है कि घायल फजर अली बाद में मौके से भाग गया। घटनास्थल पर मौजूद कुछ लोगों ने पीड़िता का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया और उसे सोशल मीडिया पर प्रसारित कर दिया।
बीएनपी नेता समेत 5 गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि इस संबंध में मुरादनगर थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने आरोपी फजर अली और वीडियो बनाने वाले चार अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना का वीडियो सामने आने के बाद ढाका विश्वविद्यालय के छात्रों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया और पीड़िता के लिए न्याय की मांग की।
हिंदुओं पर अत्याचार
बता दें पीछले साल अगस्त में बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना को देश से भगाने के बाद से बांग्लादेश के कई इलाकों में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा देखने को मिला। जिसके बाद यूनुस के बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा लागातार बढ़ा है। इससे पहले बांग्लादेश के खिलाफ हो रही हिंसा के विरोध में विभिन्न संगठनों ने 31 मई को ढाका में नेशनल प्रेस क्लब के सामने मानव श्रृंखला और विरोध मार्च निकाला था और इन घटनाओं को रोकने की मांग की थी।

