Baloch Liberation Army: बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) और बलूच लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ) ने दो अलग-अलग घटनाओं में पाकिस्तानी सेना के जवानों को निशाना बनाया और 39 सैनिकों की हत्या कर दी। बीएलए ने कराची से क्वेटा जा रही पाकिस्तानी सैनिकों की एक बस पर आईईडी हमला किया, जिसमें 29 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए। इसके साथ ही, बीएलएफ ने कलात और झाऊ में भी हमले किए और 10 अन्य को मौत के घाट उतार दिया।
फतह दस्ते ने सैन्य बस पर हमला किया
बीएलए ने दावा किया है कि उसने बुधवार, 16 जुलाई को दो बड़े हमले किए। सबसे बड़ा हमला कलात के निमराग क्रॉस पर हुआ, जहाँ फतह दस्ते ने कराची से क्वेटा जा रही एक सैन्य बस पर घात लगाकर हमला किया। इस हमले में 29 सैन्यकर्मी मारे गए और कई घायल हुए। समूह ने कहा कि बस में नागरिक कव्वाली कलाकार भी सवार थे, लेकिन वे निशाने पर नहीं थे। उसने नागरिकों से भविष्य में हमलों से बचने के लिए सैन्य प्रतिष्ठानों और काफिलों से दूर रहने को कहा है।
बुधवार को, बीएलए के लड़ाकों ने क्वेटा के हज़ार गंजी इलाके में एक आईईडी विस्फोट किया, जिसमें दो सैनिक मारे गए और सात अन्य घायल हो गए। बीएलए के प्रवक्ता जियानद बलूच ने इन हमलों की जानकारी दी और इसे बलूचिस्तान पर पाकिस्तानी कब्जे के खिलाफ समूह का युद्ध बताया। बलूचिस्तान के एक अन्य अलगाववादी सशस्त्र समूह बीएलएफ ने भी पाकिस्तानी सेना पर हमलों की बात कही है।
पाकिस्तानी आर्मी और BLA के बीच तनाव का लंबा इतिहास रहा है। BLA बलूचिस्तान सहित पाकिस्तान के अलग अलग हिस्सों में बम धमाके कर पाक आर्मी के सैनिकों को शिकार बनाता रहा है। इसी साल मार्च महीने में BLA ने पाकिस्तान में पूरी की पूरी ट्रेन हाइजैक कर ली थी।

