Bizarre News: पति पत्नियों के हत्याओं के मामले अब लगातार बढ़ते जा रहे हैं । UP से लेकर बिहार तक हर तरफ से सिर्फ ऐसी ही वारदातें सामने आ रही हैं। जिसके बाद से कहीं न कहीं मर्द समाज में एक खौफ पैदा हो गया है। वहीँ आज हम आपको एक ऐसे मामले के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसे जानने के बाद आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी। दरअसल, 14 दिसंबर 1929 को अमेरिकी अखबार ‘द न्यू यॉर्क टाइम्स’ में एक ऐसी खबर छपी जिसने न केवल अमेरिका में, बल्कि पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया हहि। इस खबर में कहा गया था कि, लगभग 50 महिलाओं के खिलाफ मुकदमा चलाया गया। इन सभी पर इस यूरोपीय देश के एक गाँव में रहने वाले अधिकांश पुरुषों को जहर देकर मारने का आरोप लगाया गया था। हालांकि यह रिपोर्ट छोटी थी, लेकिन इसमें काफी जानकारी थी।
मर्दों को दिया जहर
इस रिपोर्ट मे बताया गया था कि साल 1911 से 1929 के बीच हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से लगभग 130 किलोमीटर दूर दक्षिण में नाग्यरेव नाम के इलाक़े की कई महिलाओं ने 50 से ज्यादा मर्दों को ज़हर दे कर मार दिया गया है। इन महिलाओं को ‘फ़रिश्ता बनाने वाली’ कहा जाता था और उन्होंने मर्दों को ज़हर मिले आर्सेनिक के सॉल्यूशन से मार डाला था।
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कौन थी ज़ोज़साना फ़ज़्कास
कुछ लोगों ने इसे आधुनिक इतिहास में महिलाओं द्वारा पुरुषों की सबसे बड़ी सामूहिक हत्या बताया है। बाद में, महिलाओं के मुक़दमे के दौरान एक नाम बार-बार सामने आता रहा। वो नाम था ज़ोज़साना फ़ज़्कास। वो इस गाँव की दाई थी। उस समय यह गाँव ऑस्ट्रो-हंगेरियन साम्राज्य के अधीन था और वहाँ कोई स्थानीय डॉक्टर नहीं था। दाई ही लोगों को दवाइयाँ आदि देती थी। गाँव में रहने वाली मारिया गुन्या ने बताया कि फ़ज़्कास को ज़हर देने के मुख्य आरोपी के रूप में इसलिए पेश किया गया क्योंकि गाँव की महिलाएँ उससे अपनी निजी समस्याओं के बारे में खुलकर बात करती थीं।

