Gujarat Teacher Viral News: हाल ही में शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार (Innovation) का एक शानदार उदाहरण देखने को मिल रहा है. जहां, गुजरात के एक शिक्षक ने ऐसा कमाल किया है जिसने हर किसी को पूरी तरह से हैरान कर दिया है. आखिर क्या है पूरा मामा जानने के लिए पूरी खबर पढ़िए.
क्या है शिक्षक के कमाल की कथा?
दरअसल, गुजरात के एक शिक्षक ने विज्ञान के विभिन्न सिद्धांतों को खेल-खेल में ऐसा समझा है जैसे वह कोई जादूगर हो. जी हैं, इन दिनों सोशल मीडिया पर एक शिक्षक की वाडियो ज़ोरों-शोरों से वायरल हो रही है. वीडियो में साफ रूप से देखा जा सकता है कि, शिक्षक स्थिर विद्युत जिसे अंग्रेजी भाषा में (Static Electricity) बोलते हैं, उसके सिद्धांत को समझने के लिए बेहद ही साधारण चीजें जैसे कि पीवीसी पाइप और कागज के टुकड़ों या गुब्बारों के इस्तेमाल से बच्चों के सामने पेश किया. जानकारी के मुताबिक, वायरल हो रहे इस वीडियो को अब तक 2 करोड़ से ज्यादा बार तक देखा जा सका, जिसने शिक्षा के क्षेत्र में ‘क्रेजी और कूल’ टीचिंग स्टाइल की एक नई बहस को छेड़ने पर हम सभी को पूरी तरह से मज़बूर कर दिया है.
यहां देखें वायरल वीडियो
तो ऐसे शिक्षक ने सभी को किया हैरान?
वीडियो में देखा जा सकता है कि शिक्षक पाइप को रगड़कर आवेश (Charge) उत्पन्न करते हैं, जिससे कागज के टुकड़े जादुई तरीके से हवा में उड़ने लगते हैं और पाइप की तरफ तेजी से आकर्षित होने लगते हैं. शिक्षक के इस जादू ने सिर्फ कक्षा में बैठे छात्रों को हैरान कर किया बल्कि वीडियो को देखने वाले हर उस यूर्जर को भी यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या सही में ऐसा भी कुछ हो सकता है क्या? इस वीडियो को देखने के बाद कई लोगों के बयान भी सामने आने शुरू हो गए हैं.
लोगों ने कहा कि अगर विज्ञान को इस तरह पढ़ाया जाए, तो कोई भी बच्चा पढ़ाई से भाग नहीं सकता है. किसी ने यह कहा कि इस तरह से पढ़ाने में बच्चों को हर चीज जानने की रूची भी तेजी से बढ़ेगी और साथ ही वह कभी भी पढ़ाई को लेकर परेशान नज़र नहीं आएंगे. इस वीडियो से एक बात तो यह साफ है कि, बिनी किसी महंगी लैब या फिर उपकरणों के ही एक शिक्षक विज्ञान को दिलचस्प बनाने में पूरी तरह से मददगार साबित होता है.
सोशल मीडिया पर लोगों ने की जमकर तारीफ
इस वीडियो को जिस किसी ने भी देखा वह शिक्षक की तारीफ करते हुए एक बार भी नहीं थका. मानो हर कोई शिक्षक की जमकर सराहना करने में लगा हुआ है. प्रायोगिक शिक्षण (Hands-on Learning) की भारत के हर स्कूल में पूरी तरह से ज़रूरत है. फिलहाल, इस वीडियो ने यह साबित कर दिया है पढ़ाना हर किसी के बात की नहीं है.

