IMC 2025 : एयरटेल की तरह अब वोडाफोन आइडिया (Vi) ने भी अपने यूजर्स की डिजिटल सेफटी को और मजबूत करने के लिए बड़ा कदम उठाया है. India Mobile Congress 2025 में कंपनी ने “Vi Protect” नाम की एक खास सेफटी पहल की घोषणा की है. इस नई टेक्नोलॉजी का मकसद है यूजर्स को स्पैम कॉल्स, फ्रॉड मैसेज और साइबर अटैक्स से सेफ रखना.
Vi का ये सिक्योरिटी सिस्टम AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) तकनीक पर बेस्ड है, जो यूजर्स को रियल टाइम में अलर्ट देकर उन्हें खतरे से बचाने का काम करेगा.
क्या है Vi Voice Spam Detection System?
Vi का Voice Spam Detection System एक स्मार्ट AI-सिस्टम है, जो वेब क्रॉलर, AI मॉडल और यूजर्स के फीडबैक की मदद से काम करता है. इसका काम है रियल टाइम में स्पैम और फ्रॉड कॉल्स की पहचान करना.
जब किसी वीआई यूजर को अनजान नंबर से कॉल आता है, तो स्क्रीन पर एक “Suspected Spam” अलर्ट दिखाई देगा. इससे यूजर को पहले ही अंदाजा हो जाएगा कि कॉल उठाना सेफ है या नहीं.
ये सिस्टम केवल वॉयस कॉल तक ही सीमित नहीं है. इसमें फ्रॉड टेक्स्ट मैसेज को पहचानने और फ्लैग करने की क्षमता भी है. साथ ही इसमें एक इंटरनेशनल कॉलिंग डिस्प्ले फीचर भी शामिल है, जो फर्जी इंटरनेशनल कॉल्स को पकड़ सकता है.
अब तक 60 करोड़ से ज्यादा स्कैम कॉल्स और मैसेज पकड़े गए
Vi का दावा है कि उनके इस सिक्योरिटी सिस्टम ने अब तक 60 करोड़ से भी ज्यादा स्पैम और स्कैम कॉल्स और मैसेज को फ्लैग किया है. ये दिखाता है कि Vi Protect यूजर्स के लिए कितना प्रभावी और जरूरी साबित हो रहा है.
कंपनी भविष्य में एक और नई सुविधा जोड़ने जा रही है – “रियल टाइम URL प्रोटेक्शन”. ये फीचर संदिग्ध लिंक्स को स्कैन और ब्लॉक करेगा, ताकि यूजर फिशिंग और मैलवेयर से बचे रहें.
कैसे काम करता है Vi Cyber Defense?
Vi का दूसरा मजबूत सेफ सिस्टम है – Cyber Defense and Incident Response System. ये खासतौर पर कंपनी के कोर नेटवर्क और एंटरप्राइज ऑपरेशंस की ,सेफटी के लिए बनाया गया है.
इसमें जेनरेटिव AI मॉडल का इस्तेमाल होता है, जो किसी भी साइबर खतरे को एक घंटे से भी कम समय में पहचान सकता है, उसका विश्लेषण कर सकता है और उससे निपटने के उपाय कर सकता है.
क्यों है ये कदम जरूरी?
आज के डिजिटल दौर में स्पैम कॉल्स, फेक मैसेज और साइबर अटैक बहुत आम हो गए हैं. इनसे न सिर्फ डेटा चोरी होता है बल्कि यूजर्स को आर्थिक नुकसान भी हो सकता है. ऐसे में Vi का ये कदम डिजिटल सेफटी के लिहाज से काफी जरूरी और सराहनीय है.
Vi Protect पहल के जरिए वोडाफोन आइडिया ने ये साफ कर दिया है कि यूजर्स की सुरक्षा उसकी प्राथमिकता है. एआई टेक्नोलॉजी की मदद से ये सिस्टम न सिर्फ खतरे की पहचान करेगा, बल्कि यूजर्स को सही समय पर सतर्क भी करेगा.

