ChatGPT-5.1: OpenAI ने हाल ही में अपने नए मॉडल GPT-5.1 के बारे में जानकारी दी है. कंपनी का कहना है कि ये मॉडल पिछले वर्जन से बेहतर है, खासकर मैथ्स और कोडिंग जैसे टेस्ट में. GPT-5.1 टफ से टफ सवालों को एक दम आसान भाषा में समझा सकता है ताकि किसी को भी कोई दिक्कत न हो और लोग समझ जाएं.
इस नए मॉडल की सबसे बड़ी खासियत ये है कि ये मुश्किल विचारों को सरल शब्दों में समझा सकता है. इसका मकसद सिर्फ स्मार्ट होना नहीं है, बल्कि यूजर के लिए बातचीत को आसान और मजेदार बनाना भी है. OpenAI की प्रमुख, फिजी सिमो, ने बताया कि ये अपडेट दिमाग और दोस्ताना व्यवहार दोनों को मिलाकर तैयार किया गया है।
कब मिलेगा GPT-5.1?
OpenAI ने कहा है कि GPT-5.1 धीरे-धीरे सभी लोगों तक पहुंचाया जाएगा. इसका मतलब है कि ये तुरंत सभी को नहीं मिलेगा. आमतौर पर, नए फीचर्स पहले भुगतान करने वाले यूजर्स को मिलते हैं. फ्री यूजर्स को इंतजार करना पड़ सकता है और कुछ फीचर्स थोड़े समय बाद ही उपलब्ध हो पाते हैं.
धीरे-धीरे रोलआउट करने का मकसद प्लेटफॉर्म को स्थिर रखना है. इसलिए, सबसे पहले इसे छोटे ग्रुप में टेस्ट किया जाएगा. इस ग्रुप में अक्सर सब्सक्राइबर यानी भुगतान करने वाले लोग होते हैं.
नए फीचर्स क्या हैं?
GPT-5.1 में मैथ्स और कोडिंग पर ज्यादा जोर दिया गया है. इसका मतलब है कि छात्रों, काम करने वालों और क्रिएटर्स को तेज और साफ मदद मिलेगी. कठिन शब्दों को हटाकर चीजों को आसान बनाना इसका खास मकसद है.
इसके अलावा, बातचीत अब ज्यादा नेचुरल और सहज लगेगी. AI से बात करते समय ये कम रोबोटिक महसूस होगा. रोजमर्रा के यूजर्स के लिए ये फीचर बहुत मददगार साबित होगा.
फ्री यूजर्स को इंतजार क्यों करना पड़ सकता है?
जैसा कि OpenAI ने बताया, नए फीचर्स धीरे-धीरे रोलआउट होंगे. इसका मतलब है कि भुगतान करने वाले पहले नए मॉडल का उपयोग कर पाएंगे. फ्री यूजर्स को कुछ समय इंतजार करना पड़ सकता है.
अगर आप चाहते हैं कि आपको भी नए फीचर्स मिले तो इसके लिए आपको पहले सब्सक्रिप्शन खरीदना होगा. कंपनी ने इसे सीधे नहीं कहा है, लेकिन रोलआउट की योजना यही संकेत देती है.

