Ola Electric Warranty Provision : ओला इलेक्ट्रिक की वारंटी लागतों और गुणवत्ता नियंत्रण के संबंध में महत्वपूर्ण वित्तीय को उजागर करने का अब एक नया मामला देखने को मिल रहा है. जहां, वारंटी खर्च में जो अंतर सामने आया है वह काफी ज्यादा चिंताजनक है.
पहला वारंटी खर्च क्यों है चिंताजनक?
जानकारी के मुताबिक, पहला वारंटी खर्च में जो अंतर देखने को मिला है वह काफी ज्यादा चिंताजनक इसलिए भी है क्योंकि, विश्लेषकों ने इस मामले में जानकारी देते हुए कहा कि ओला अपनी आय का करीब 7.9 प्रतिशत तक का वारंटी प्रावधान में पूरी तरह से आरक्षित करने में जुटी हुई है, तो वहीं, दूसरी तरफ एथर सिर्फ 2 प्रतिशत की दर पर है.
स्कूटरों में शुरुआती डिजाइन में थी कमी?
एक यह भी संकेत देता है कि ओला की स्कूटरों में शुरुआती डिजाइन में कई कमजोरयां भी देखने को मिली थी, जिससे कंपनी ने भविष्य के दावों के लिए ज़्यादा सावधानी बरती है. हांलाकि, Angel One के लेख में यह कहा गया है कि छोटे और नए EV-निर्माताओं में इस तरह के उच्च वारंटी खर्च बेहद ही आम बात हैं.
तीन साल में ओला ने वारंटी के लिए क्यों किया साइड बैक?
तो वहीं, 3 सालों में ओला ने लगभग 964 करोड़ रुपये की वारंटी के लिए साइड बैक इसलिए भी किया क्योंकि, भुगतान केवल 632 करोड़ यानी कुछ अंतर का मतलब है कि “आरक्षित राशि” अभी भी बाकि है, इससे एक बात तो साफ है कि दावों का प्रबंधन उतना आसान ओला के लिए नहीं रहा होगा.
लेकिन, DRHP यानी (Draft Red Herring Prospectus) ने साफ लिखा कि उनके “वाल्ड पूर्वानुमानों” पर आरक्षित राशि भविष्य के दावों को पूरी तरह कवर नहीं कर सकता है.
DRHP में जोखिमों की कही गई बात
तीसरा, IPO / DRHP में जोखिमों की बात भी कही गई है. उन्होंने कहा था कि उनकी बैंक बैलेंस “कम हो सकती है” जिससे भविष्य के वारंटी के दावों को कवर किया जा सकता है. यह एक तरह का बड़ा चेतावनी संकेत भी था, जो कंपनी ने खुद माना कि अगर दाव बढ़ते हैं, तो वित्तीय दबाव भी हो सकता है.
हाल फिलहाल में कंपनी ने Q4 में 250 करोड़ की एक बार कि अतिरिक्त वारंटी प्रावधान जिससे अंग्रेजी में (One-Time Provision) भी कहा जाता है, कंपनी ने खासकर लिया था Gen 1 और Gen 2 स्कूटरों के लिए. तो वहीं, दूसरी कंपनी ने दावा करते हुए कहा कि Gen-3 मॉडल में वारंटी क्लेम दर बेहद ही कम है.
ओला की स्थिति में पर क्यों पड़ रहा है भारी असर?
ओला की स्थिति अब पहले से जैसे बाज़ारों में अपनी पकड़ नहीं कर पा रही है. लेकिन “नंबर 5” तक गिरना अभी पूरी तरह से यह तय नहीं किया गया है. फिलहाल, अभी ओला कंपनी सुधार करने में लगातार और तेजी से कोशिश कर रही है.

