ChatGPT आज दुनिया का सबसे पॉपुलर AI चैटबॉट बन चुका है. हर हफ्ते करोड़ों लोग इसका इस्तेमाल करते हैं और OpenAI लगातार इसमें नए फीचर्स और कैपेबिलिटी जोड़ता जा रहा है. लेकिन सवाल यह है कि लोग ChatGPT का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किसके लिए करते हैं? अक्सर यह माना जाता है कि ChatGPT कोडिंग और टेक्निकल कामों के लिए यूज किया जाता है, लेकिन OpenAI की एक नई स्टडी ने चौंकाने वाला सच सामने रखा है.
रिसर्च ने क्या बताया?
OpenAI की Economic Research टीम ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के इकोनॉमिस्ट डेविड डेमिंग के साथ मिलकर 15 लाख चैट्स का एनालिसिस किया. यह अब तक का सबसे बड़ा रिसर्च है, जिसमें यूजर प्राइवेसी का ध्यान रखते हुए डेटा स्टडी की गई. रिसर्च में पाया गया कि ChatGPT का असली इस्तेमाल तीन मुख्य कैटेगरी में होता है- Asking (पूछना), Doing (काम करना) और Expressing (अभिव्यक्ति करना).
यूजर्स का सबसे ज्यादा फोकस किस पर है?
स्टडी के मुताबिक, कुल मैसेज का लगभग 49% Asking कैटेगरी में आता है. यानी लोग ChatGPT को एक डिजिटल एडवाइजर मानते हैं. वे इससे सवाल पूछते हैं, जानकारी लेते हैं, कंफ्यूजन दूर करते हैं और डिसीजन लेने में मदद मांगते हैं. इसके बाद 40% यूजर्स Doing कैटेगरी में आते हैं. इसमें लोग ईमेल लिखने, डॉक्यूमेंट तैयार करने, शेड्यूल बनाने और कभी-कभी प्रोग्रामिंग जैसे काम करवाते हैं. हालांकि कोडिंग का हिस्सा बहुत छोटा पाया गया. लिखने और वर्क-संबंधी टास्क यहां ज्यादा हावी रहे. आखिरी कैटेगरी Expressing है, जिसमें 11% यूजर्स आते हैं. यहां लोग ChatGPT का इस्तेमाल आत्म-अभिव्यक्ति, मजेदार बातचीत और पर्सनल रिफ्लेक्शन के लिए करते हैं.
भारत में ChatGPT का जलवा
रिसर्च में यह भी सामने आया कि ChatGPT अब हर डेमोग्राफी में तेजी से अपनाया जा रहा है. शुरुआत में जेंडर गैप ज्यादा था, लेकिन अब यह बैलेंस हो चुका है. लो और मिडिल-इनकम देशों में ChatGPT की ग्रोथ रेट अमीर देशों की तुलना में चार गुना ज्यादा पाई गई.
भारत इस समय ChatGPT का दूसरा सबसे बड़ा मार्केट है. यहां से कुल 8.7% ट्रैफिक आता है, जो अमेरिका के आधे से भी ज्यादा है.

