टेस्ला और स्पेसएक्स के CEO Elon Musk ने फिर एक ऐसा बयान दिया है, जिसने पूरी दुनिया को सोचने पर मजबूर कर दिया है. मस्क का कहना है कि आने वाले समय में Artificial Intelligence (AI) और रोबोट्स इतनी तेज़ी से विकसित होंगे कि वे हर तरह की नौकरी इंसानों की जगह कर पाएंगे. यानि, आने वाले कुछ सालों में काम करना एक “चॉइस” होगा, ज़रूरत नहीं.
Amazon की ऑटोमेशन योजना से बढ़ी बहस
एलन मस्क का यह बयान उस वक्त आया जब The New York Times की रिपोर्ट ने खुलासा किया कि Amazon अगले कुछ सालों में 5 लाख से ज़्यादा नौकरियों को ऑटोमेट करने की योजना बना रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी AI-संचालित सिस्टम्स और रोबोट्स का इस्तेमाल करेगी जो पैकिंग, पिकिंग और डिलीवरी जैसे काम संभालेंगे.
मस्क ने इस रिपोर्ट पर X (पहले Twitter) पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा- I और रोबोट सभी नौकरियों को बदल देंगे. काम करना वैसा ही होगा जैसे कोई खुद सब्जी उगाने का शौक रखे, जबकि बाज़ार से खरीद भी सकता है.” उनकी ये लाइन सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और लोगों में इस बात को लेकर उत्सुकता और डर दोनों फैल गया कि “अगर इंसानों की ज़रूरत ही खत्म हो जाए तो आगे क्या?”
Amazon की योजना – 2033 तक 75% काम मशीनों के हवाले
The New York Times की रिपोर्ट में बताया गया कि Amazon की ऑटोमेशन टीम 2033 तक अपनी 75% ऑपरेशन्स मशीनों से करवाने की तैयारी कर रही है. इससे कंपनी 2027 तक 1.6 लाख और 2033 तक 6 लाख से ज़्यादा कर्मचारियों की भर्ती से बच सकेगी. कंपनी का कहना है कि इससे हर प्रोडक्ट पर लगभग 30 सेंट की बचत होगी और काम की स्पीड भी बढ़ेगी. लेकिन आलोचकों का मानना है कि इससे ब्लू-कॉलर (फैक्ट्री या मैनुअल वर्कर) नौकरियों पर बड़ा असर पड़ेगा, जिससे लाखों लोग बेरोजगार हो सकते हैं.
मस्क का नज़रिया – “यह बदलाव डर नहीं, अवसर है”
एलन मस्क इस बदलाव को भविष्य का स्वाभाविक कदम मानते हैं. उनका कहना है कि जब मशीनें रोज़मर्रा के काम संभाल लेंगी, तब इंसान क्रिएटिविटी, इनोवेशन और आराम पर ज्यादा ध्यान दे पाएंगे. उन्होंने पहले भी सुझाव दिया था कि ऐसे समय में “Universal Basic Income (UBI)” यानी सरकार द्वारा हर नागरिक को एक निश्चित रकम देना ज़रूरी होगा, ताकि लोगों की आमदनी मशीनों पर निर्भर न रहे.
“अब सच्चाई स्वीकारने का समय है” – जेसन कैलाकैनिस
वैंचर कैपिटलिस्ट Jason Calacanis, जो मस्क के करीबी माने जाते हैं, ने भी इस विचार का समर्थन किया. उन्होंने कहा, “जितनी जल्दी हम इस हकीकत को स्वीकार कर लेंगे कि AI हमारी नौकरियों को बदलने वाला है, उतनी ही बेहतर तैयारी कर पाएंगे.”
Amazon का जवाब – “हम इंसानों की जगह नहीं ले रहे”
Amazon ने रिपोर्ट पर सफाई देते हुए कहा कि The New York Times के डॉक्यूमेंट अधूरे हैं. कंपनी अब भी सीजनल वर्कर्स को रखती है और “Advanced Technology” या “Cobots” (Collaborative Robots) जैसे शब्दों का इस्तेमाल करती है, ताकि लोगों में डर न फैले. कंपनी का दावा है कि रोबोट्स इंसानों का साथ देंगे, उन्हें रिप्लेस नहीं करेंगे. हालांकि, एक्सपर्ट्स मानते हैं कि धीरे-धीरे मशीनें इंसानों के लिए काम की प्रकृति ही बदल देंगी.
भविष्य कैसा होगा?
अगर मस्क की भविष्यवाणी सच साबित होती है, तो आने वाले समय में “वर्क” वैकल्पिक हो जाएगा- लोग सिर्फ वही करेंगे जो उन्हें पसंद है, जबकि बाकी सब काम AI और रोबोट्स संभालेंगे. यह सुनने में भले आकर्षक लगे, लेकिन यह सवाल छोड़ जाता है- क्या इंसान बिना काम के खुश रह पाएंगे?

