Vishal jayswal Take Virat Kohli Wicket: 15 साल बाद विजय हजारे ट्रॉफी में विराट कोहली की वापसी सच में इंतज़ार के लायक थी. भारत के पूर्व कप्तान, जो कुछ रन बनाकर टूर्नामेंट में आए थे, उन्होंने आंध्र और गुजरात के अटैक का आसानी से सामना किया और कुल 208 रन बनाए. दिल्ली के लिए कैंपेन के पहले दो मैचों में जिस तरह से उन्होंने खेला, उससे साफ था कि उन्हें बहुत कुछ साबित करना था. पिछले चार-पांच महीनों से सारी चर्चा उनके भविष्य और क्या उनमें 2027 वनडे वर्ल्ड कप तक खेलने के लिए काफी जोश है, इस बारे में हो रही थी.
इसके अलावा, कई लोगों को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज से पहले उनकी फॉर्म को लेकर शक था, क्योंकि टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट के कारण उन्होंने महीनों से कोई इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेला था.
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहले दो वनडे में शून्य पर आउट हुए थे किंग कोहली (King Kohli was dismissed for a duck in the first two ODIs of the Australia tour)
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले दो वनडे में विराट कोहली लगातार दो मैचों में शून्य पर आउट हो गए. लेकिन फिर असली शेर की तरह कोहली ने सिडनी वनडे में जोरदार वापसी की और नाबाद 74 रन बनाए. तब से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और दो सेंचुरी और एक नाबाद फिफ्टी की वजह से साउथ अफ्रीका के खिलाफ प्लेयर ऑफ द सीरीज़ का खिताब जीता.
टी-20 वर्ल्ड कप से लेकर एशियन गेम तक…साल 2026 में किन टीमों के साथ भिड़ेगी इंडिया? यहां देखें- पूरा शेड्यूल
विजय हजारे ट्रॉफी में कोहली ने की शानदार शुरूआत (Kohli made a brilliant start in the Vijay Hazare Trophy)
जिस तरह से उन्होंने प्रोटियाज के खिलाफ सीरीज में प्रदर्शन किया, उसे देखकर कोई भी अंदाजा लगा सकता था कि उन्हें विजय हजारे ट्रॉफी में ज्यादा दिक्कत नहीं होगी. उन्होंने आंध्र के खिलाफ 131 रन की पारी के साथ कैंपेन की शुरुआत की, जिससे दिल्ली को 299 रन का टारगेट आसानी से चेज़ करने में मदद मिली. गुजरात के खिलाफ अगले मैच में एक बार फिर कोहली ने तेज़ी से रन बनाए और पावर प्ले में मनचाहे चौके लगाए.
यह बिल्कुल नया कोहली था, क्योंकि 37 साल का यह खिलाड़ी पेसर्स के खिलाफ ट्रैक पर आगे बढ़कर शॉट लगाने से नहीं हिचकिचाया और उसने स्पिनर्स को चकमा देने के लिए रिवर्स स्वीप जैसे शॉट भी खेले. दाएं हाथ का यह बल्लेबाज़ एक और सेंचुरी के लिए तैयार दिख रहा था, लेकिन खेल के विपरीत वह अपना विकेट गंवा बैठा. यह आउट कोहली की गलती से नहीं हुआ. बल्कि यह स्पिनर विशाल जायसवाल की शानदार गेंदबाजी थी.
कौन है वो स्पीनर जिसने कोहली को किया आउट? (Who is the spinner who dismissed Kohli?)
बाएं हाथ के ऑर्थोडॉक्स स्पिनर ने गेंद को कोहली के बल्ले के बाहरी किनारे से दूर स्पिन कराया, जिससे बल्लेबाज क्रीज से बाहर निकल गया, और टर्न इतना था कि विकेटकीपर उर्विल पटेल ने गेंद पकड़कर बेल्स गिरा दीं. यह आउट होने का तरीका इतना दुर्लभ था कि उर्विल कोहली को स्टंपिंग से आउट करने का सम्मान पाने वाले सिर्फ नौवें विकेटकीपर बन गए.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गुजरात के स्पिनर विशाल जायसवाल का ये सिर्फ 13वां ही लिस्ट ए मैच था. नवंबर 2023 में गुजरात के लिए इस खिलाड़ी ने डेब्यू किया था. इस मैच से पहले 12 मुकाबलों में सिर्फ पांच विकेट इस गेंदबाज को मिले थे, लेकिन दिल्ली के खिलाफ विराट, पंत और नितीश राणा जैसे दिग्गजों को आउट करके सुर्खियां बटोरीं. 27 साल के इस खिलाड़ी ने गुजरात के लिए 11 फर्स्ट क्लास और 16 T20 मैचों में भी हिस्सा लिया है, जिसमें उन्होंने क्रमशः 40 और 15 विकेट चटकाए हैं.
अरबपतियों के आइलैंड पर Cristiano Ronaldo का ठिकाना! 2 लग्जरी विला खरीदकर मचाया तहलका
बीसीसीआई से अवॉर्ड भी मिल चुका है (He has also received an award from the BCCI)
गुजरात के रहने वाले विशाल जायसवाल को अंडर 23 क्रिकेट में धमाल मचाकर बीसीसीआई से अवॉर्ड भी हासिल कर चुके हैं. उन्हें नमन अवॉर्ड्स में अंडर 23 क्रिकेट में 70 विकेट लेने के लिए सम्मान दिया गया था. हालांकि, प्रोफेशनल क्रिकेट में उनके कुछ मैच अच्छे नहीं गए, लेकिन एक बार फिर से वापसी करते हुए उन्होंने नाम कमाया है. विशाल जायसवाल ने दिल्ली के खिलाफ 10 ओवर में 4 विकेट चटकाए और सिर्फ 42 रन खर्च किए. जिस टीम में विराट, पंत और नितीश राणा और प्रियांस आर्या जैसे बल्लेबाज हों, उस टीम के खिलाफ इतनी दमदार इकॉनमी से गेंदबाजी करना आसान नहीं होता.
दिल्ली के खिलाफ लिए 4 विकेट (He took 4 wickets against Delhi)
शुक्रवार को जायसवाल ने बेंगलुरु में BCCI के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (CoE) के ग्राउंड पर अर्पित राणा और नितीश राणा को सबसे पहले आउट किया और दिल्ली का स्कोर 98/3 कर दिया. उन्होंने बाद में शतक की ओर बढ़ रहे विराट कोहली और ऋषभ पंत के विकेट भी लिए. इससे उन्होंने दिल्ली के स्कोर से कम से कम 30 से 40 रन कम कर दिए. कोहली (61 गेंदों पर 77 रन, 13 चौके और एक छक्का) और कप्तान पंत (79 गेंदों पर 70 रन, आठ चौके और दो छक्के) ने दमदार पारियां खेलीं.

