Rishabh Pant Injury: मैनचेस्टर टेस्ट के दूसरे दिन इंग्लैंड के कप्तान और गेंदबाज़ों की हरकत देखकर हर भारतीय नाराज होगा। जोफ्रा आर्चर ने बेन स्टोक्स के साथ मिलकर पहले से ही चोटिल भारत के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज़ ऋषभ पंत को और ज़्यादा चोटिल करने की कोशिश की। ऐसे में अब सवाल उठता है कि अब कहाँ गए पूर्व अंग्रेज़ खिलाड़ी और उनकी खेल भावना कहाँ चली गई? अब कोई बयान क्यों नहीं दे रहा?
ऋषभ पंत पहले दिन गंभीर रूप से घायल
भारत और इंग्लैंड के बीच 23 जुलाई से मैनचेस्टर में चौथा टेस्ट मैच खेला जा रहा है। इस टेस्ट के पहले दिन क्रिस वोक्स की गेंद ऋषभ पंत के पैर में ज़ोर से लगी। उनके पैर में सूजन आ गई थी और खून भी बह रहा था। पहले दिन 37 रन बनाकर पंत रिटायर्ड हर्ट हो गए। इसके बाद जब पंत की स्कैन रिपोर्ट आई, तो पता चला कि उनके पैर के अंगूठे में फ्रैक्चर है। ऐसा लग रहा था कि ऋषभ अगले दिन बल्लेबाज़ी करने नहीं आएंगे।
लेकिन, ऐसा हुआ नहीं। ऋषभ पंत चोटिल होने के बावजूद बल्लेबाजी करने उतरे। भले ही वह लंगड़ा रहे थे। फिर भी वह खेलने उतरे। उनकी मानसिकता, उनके जज्बे को सभी ने सलाम किया।
फिर इंग्लैंड ने खेला गंदा खेल
ऋषभ पंत किसी तरह बल्लेबाजी करने उतरे। लेकिन, उनके पैर के अंगूठे में फ्रैक्चर था जिसकी वजह से वह लंगड़ा रहे थे और खेलने में भी दिक्कत हो रही थी। हालाँकि, इंग्लिश टीम ने पंत की चोट पर कोई रहम नहीं दिखाया, बल्कि गंदा खेल खेलना शुरू कर दिया। ऋषभ पंत का पैर पहले से ही काफी गंभीर रूप से घायल था। अगर गेंद दोबारा उसी पैर पर लगती, तो वह और भी ज़्यादा घायल हो जाते। चोट और भी गंभीर हो जाती। करियर भी दांव पर लग सकता था।
लेकिन, इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स और जोफ्रा आर्चर बार-बार ऋषभ पंत को यॉर्कर फेंक रहे थे। इससे उनके इरादे साफ़ ज़ाहिर हो गए कि वे पंत के उसी घायल पैर पर फिर से गेंद मारकर उन्हें और ज़्यादा घायल करना चाहते थे। अब इससे बुरा और क्या हो सकता था? हालाँकि, पंत ने बहुत समझदारी से बल्लेबाजी की और इंग्लैंड को उनके नापाक इरादों में कामयाब नहीं होने दिया। पंत ने भी अपना अर्धशतक पूरा किया। 54 रन बनाकर पंत फिर जोफ्रा आर्चर की गेंद पर बोल्ड हो गए।