Premanand Ji Maharaj: प्रेमानंद जी महाराज, एक हिंदू तपस्वी और गुरु हैं, जो राधावल्लभ संप्रदाय को मानते हैं. प्रेमानंद जी महाराज अपनी भक्ति, सरल जीवन, और मधुर कथाओं के लिए लोगों में काफी प्रसिद्ध हैं. हर रोज लोग उनके कार्यक्रम में शामिल होते हैं जहां वह लोगों के सवालों के जवाब देते हैं.हजारों लोगों को आध्यात्मिक मार्गदर्शन देते हैं. उनके प्रवचन, जो दिल को छू जाते हैं, ने उन्हें बच्चों और युवाओं सहित विभिन्न आयु वर्ग के लोगों के बीच लोकप्रिय बनाया है. प्रेमानंद जी महाराज नाम जप करने के लिए के लिए लोगों को प्रेरित करते हैं और साफ मन से अपने काम को करें और सच्चा भाव रखें.
भक्त के सवाल पर प्रेमानंद जी महाराज ने बताया कि नए साल में क्या नियम लेने चाहिए, ताकि हमारा जीवन अच्छे से चलें.
प्रेमानंद जी महाराज का मानना है कि अच्छे आचरण का नियम लेना चाहिए कि हम अधिक से अधिक नाम जप करेंगे. अधिक से क्रोध नहीं करेंगे, गंदी बातों में मन नहीं लगाएंगे मन को भगवान में लगाएंगे, इस वर्ष हम परोपकार करेंगे. कोई ना कोई दान-पुण्य जिससे हमारे भगवान प्रसन्न होंगे.
नए वर्ष के आने की खुशी में शराब पीते हैं, पार्टी मनाते हैं, मांस खाते हैं, नशा करते हैं यह सब गलत बात है. नए वर्ष को मंगलमय बनाने के लिए नशा छोड़ने का नियम लेना चाहिए, जो आज तक करते रहे इस वर्ष नहीं, नया वर्ष मतलब नया जीवन, अब हम मांस नहीं खाएंगे, शराब नहीं पिएंगे, हम पाप कर्म नहीं करेंगे, हिंसा नहीं करेंगे, गलत आचरण नहीं करेंगे, पाप नहीं करेंगे, ऐसे नियम करने चाहिए. नए वर्ष के उत्साह में इन कार्यों को नहीं करना चाहिए, पाप कर्म हैं यह सब, जो लोग यह सब करते हैं वह पाप के भागीदार हैं. मनुष्य को मदिरा पीना पाप है, राक्षस को मदिरा पीना स्वाभाविक है. जो लोग शराब पीते हैं उनकी दुर्गती पक्की है, नर्क का रास्ता आपके लिए पक्का है. कर्म बिगड़ता है तो लोग पड़े-पड़े सड़ते हैं.
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