Pitra Paksha Ritulas: साल 2025 में पितृपक्ष आश्विन माह की प्रतिपदा से शुरू हो रहा है। शास्त्रों के अनुसार इस समय हमारे पितृ धरती पर आते हैं। यदि इस दौरान पितृ के नाम से तर्पण, पिंडदान और अन्य श्राद्ध कर्म किए जाएं, तो पितृ प्रसन्न होते हैं। जब पितृ प्रसन्न रहते हैं, तो घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है और सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।इसके साथ ही पितृपक्ष के दौरान कुछ विशेष वस्तुएं ऐसी हैं जिन्हें बिल्कुल भी नहीं खरीदना चाहिए। यदि इन वस्तुओं को खरीद लिया जाए तो पितृ नाराज हो सकते हैं और आपके या आपके घर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। आइए जानते हैं कि कौन-कौन सी वस्तुएं हैं, देवघर के ज्योतिषाचार्य की व्याख्या के अनुसार।
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, पितृपक्ष सामान्यतः 15 दिनों का होता है, लेकिन इस साल तिथि क्षय होने के कारण यह केवल 14 दिन रहेगा। साल 2025 में पितृपक्ष 8 सितंबर (आश्विन माह की प्रतिपदा) से शुरू होकर 21 सितंबर (आश्विन माह की अमावस्या) तक चलेगा। इसके तुरंत बाद देवी पक्ष की शुरुआत होगी। पितृपक्ष को श्राद्ध पक्ष भी कहा जाता है। ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि यदि इस दौरान अपने पितरों का तर्पण, पिंडदान और अन्य श्राद्ध कर्म सही तिथि और विधि अनुसार किए जाएं, तो इसके फल कई गुना शुभ होते हैं। ऐसा करने से न केवल घर में खुशहाली बनी रहती है बल्कि वंश पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
पितृपक्ष के समय इन चीजों को खरीदना वर्जित है
लोहे की वस्तुएं – पितृपक्ष में लोहे की किसी भी वस्तु या नुकीली चीज खरीदना अशुभ माना जाता है। ऐसा करने से पितृ नाराज हो सकते हैं और आपके जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
नई वस्तुएं – इस अवधि में नए कपड़े, आभूषण (सोना, चांदी), वाहन, जमीन या अन्य कीमती वस्तुएं खरीदना वर्जित है। इन चीजों को खरीदने से पितृ क्रोधित हो सकते हैं और घर में समस्याएं बढ़ सकती हैं।
नए घर की छत की ढलाई – पितृपक्ष में नए घर की छत की ढलाई करना भी उचित नहीं माना जाता। ऐसा करने से पितृ नाराज हो सकते हैं और घर पर पितृदोष लग सकता है।
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है.

