Paush Month 2025: पौष माह हिंदू धर्म का 10वां महीना है. यह महीना मार्गशीर्ष माह के बाद आता है. इस माह की शुरुआत दिसंबर माह में होती है और जनवरी तक चलता है. पौष के माह को कई स्थानों पूस का महीना भी कहते हैं. इस दौरान जब खरमास लगता है तो शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है.
खरमास उस अवधि को कहते हैं जब सूर्य का प्रवेश धनु राशि में होता है. सूर्य के धनु राशि (Dhanu Sankranti) में प्रवेश से शुभ और मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है. इस दौरान गृह-प्रवेश, मुंडन, विवाह आदि कार्य नहीं किए जाते हैं.
साल 2025 में पौष माह की शुरुआत 5 दिसंबर से हो रही है. इस माह को धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. इस माह में सूर्य देव की पूजा-अर्चना की जाती है. यह माह 3 जनवरी को समाप्त होगा.
पौष माह के नियम
पौष माह में बहुत सी बातों का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है. इस माह में जब सूर्य धनु राशि में प्रवेश करते हैं तब खरमान लग जाता है. खरमास से शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है.
खरमास में किए गए कार्यों का शुभ फल नहीं प्राप्त होता है.
इस माह में सूर्य देव को जल रोज और नियम से अर्पित करें.
इस माह में शरीर पर तेल की मालिश करना वर्जित है.
इस माह में अन्न का दान बहुत फलदायी माना जाता है.
इस माह में ठंडी चीजों का सेवन ना करें.
इस माह में मांगलिक कार्य ना करें. मांगलिक कार्य जैसे गृह प्रवेश, मुंडन, विवाह, या किसी नए व्यवसाय की शुरुआत.
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