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Ganga Snan 2025 Date : इस साल कब होगा गंगा स्नान, क्या है इसका महत्व?

Ganga Snan 2025 Date : हिंदू धर्म में त्योहारों का सिलसिला शुरू हो गया है और लोग काफी खुश नजर आ रहे हैं. ऐसे में लोगों को एक बड़े त्योहार यानी गंगा स्नान को लेकर भी काफी इंतजार हैं, तो ये कब शुरू हो रहा है क्या आप जानते हैं-

Published by sanskritij jaipuria

Ganga Snan 2025 : हिंदू धर्म में गंगा स्नान का काफी बड़ा स्थान माना जाता है, खासकर कार्तिक के महीने में. इस महिने की सबसे खास तिथि है कार्तिक पूर्णिमा, जिस दिन श्रद्धालु दूर-दूर से पवित्र गंगा नदी में स्नान करने आते हैं. ये दिन बहुत ही खास होता है. इस दिन को शुद्धि और पुण्य प्राप्ति का प्रतीक माना जाता है.

कार्तिक महीने का महत्व क्या होता है?

कार्तिक महीने हिंदू कैलेंडर का एक पवित्र महीना है, जिसे बहुत शुभ माना जाता है. पूरे महीने में गंगा और अन्य पवित्र नदियों में स्नान करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं और आत्मा को शुद्धि मिलती है. कार्तिक पूर्णिमा को इस महीने की सबसे बड़ी तिथि माना जाता है, जब पूर्णिमा के प्रकाश में स्नान का विशेष महत्व होता है.

ये दिन हिंदू कैलेंडर की आठवीं पूर्णिमा के रूप में आता है और शरद पूर्णिमा से शुरू होकर कार्तिक पूर्णिमा तक लोगों द्वारा गंगा स्नान का क्रम चलता रहता है. 

कार्तिक पूर्णिमा 2025: तिथि और शुभ समय

साल 2025 में कार्तिक पूर्णिमा 5 नवंबर, बुधवार को मनाई जाएगी. पूर्णिमा तिथि 4 नवंबर की रात 10:36 बजे से शुरू होकर 5 नवंबर की शाम 6:48 बजे तक रहेगी. गंगा स्नान के लिए सबसे शुभ समय माना गया है ब्रह्म मुहूर्त, जो सुबह 4:52 बजे से 5:44 बजे तक है. इस समय स्नान करने से विशेष लाभ मिलते हैं.

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दिन में अन्य शुभ मुहूर्त भी निर्धारित हैं, जिनमें पूजा, दान और धार्मिक कार्य करने का विशेष फल प्राप्त होता है:

सुबह 6:36 से 7:32 बजे तक
सुबह 9:51 से 11:55 बजे तक
दोपहर 1:37 से 3:05 बजे तक
शाम 6:05 से 6:48 बजे तक
रात 8:00 से 10:15 बजे तक

कार्तिक पूर्णिमा के पर्व

कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दीपावली का भी उत्सव मनाया जाता है, जिसे देवताओं की दिवाली कहा जाता है. इस दिन मंदिरों और गंगा घाटों को दीपों से सजाया जाता है. गंगा स्नान के साथ-साथ इस त्योहार में भक्त जन दीप जलाकर ईश्वर की आराधना करते हैं.

इस दिन गंगा में स्नान करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है, जिससे ये तिथि अत्यंत शुभ और महत्वपूण्‍न बन जाती है.

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