Chandra Grahan 2025: भारतीय समयानुसार, साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 09:58 बजे शुरू होगा और देर रात 01:26 बजे समाप्त होगा। शास्त्रों के अनुसार, हिंदू धर्म में चंद्र ग्रहण की छाया को बेहद ही अशुभ माना जाता है। इसलिए ग्रहण के दौरान कुछ नियमों और सावधानियों का पालन करना अत्यंत ज़रूरी है। ऐसे में आइए जानते हैं कि चंद्र ग्रहण के दरम्यान क्या करना और क्या नहीं करना चाहिए।
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भूलकर भी चंद्र ग्रहण के दिन ना करें ये गलतियां
1. ग्रहण काल में नेगेटिव ऊर्जा काफी सक्रिय रहती है। इस दौरान भगवान की मूर्तियों को छूना अशुभ माना जाता है। इस दिन घर के मंदिर को पीले या लाल कपड़े से ढक दें।
2. इस दिन तुलसी, पीपल और बरगद जैसे पवित्र वृक्षों को छूने से बचें।
3. ग्रहण के दौरान झगड़ा या वाद-विवाद न करें। इससे घर में शांति बनी रहती है।
4. चाकू, सुई, कैंची जैसी नुकीली वस्तुओं का उपयोग न करें। साथ ही, नाखून या बाल काटना भी शुभ नहीं माना जाता है।
6. गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए और हाथ में नुकीली वस्तुएँ नहीं पकड़नी चाहिए।
चंद्र ग्रहण के दिन क्या करें, जानिए
1. ग्रहण काल में दान का विशेष महत्व माना गया है। चावल, दूध, घी, सफेद वस्त्र और चाँदी का दान करने से चंद्र दोष शांत होता है और पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
2. इस समय मंत्र जाप करना विशेष फलदायी होता है। विशेष रूप से भगवान शिव के महामृत्युंजय मंत्र और चंद्रमा के मंत्र का जाप करना शुभ माना जाता है।
3. इस समय अपने इष्ट देव के मंत्रों का जाप करने से भी मन और आत्मा को शांति मिलती है।
4. धार्मिक ग्रंथों का पाठ करने से सकारात्मकता और मानसिक शांति प्राप्त होती है।
5. ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान अवश्य करें। ऐसा करने से शरीर और घर से नकारात्मकता दूर होती है।
बता दें, यह चंद्रग्रहण दिल्ली, चंडीगढ़, जयपुर, लखनऊ, मुंबई, अहमदाबाद, पुणे, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोच्चि, कोलकाता, भुवनेश्वर, गुवाहाटी, भोपाल, नागपुर और रायपुर जैसे शहरों में दिखाई देगा।
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