सतीश शर्मा की रिपोर्ट, Salumbhar, Rajasthan News: सलूंबर जिले के झल्लारा थाना क्षेत्र में एक हृदयविदारक हादसे का अंत हुआ। पायरा निवासी और राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सामोडा में कार्यरत शिक्षक वीरभद्र सिंह चुंडावत की तलाश में चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन 24 घंटे बाद सफल तो हुआ, लेकिन नतीजा बेहद दर्दनाक रहा। रेस्क्यू टीम ने वीरभद्र सिंह का शव नदी से बरामद किया।
गौरतलब है कि शिक्षक वीरभद्र सिंह ड्यूटी पर जा रहे थे।
शुरू किया रेस्क्यू अभियान
झल्लारा-अमलोदा मार्ग पर स्थित सारणी नदी को पार करने का प्रयास करते समय बारिश से उफान पर आई नदी का तेज बहाव उनकी बाइक को बहा ले गया। देखते ही देखते शिक्षक बाइक सहित गहरे पानी में समा गए। घटना की सूचना मिलते ही झल्लारा थाना अधिकारी धर्मेंद्र वाघेला पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे। तुरंत रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया और एसडीआरएफ की टीम से हेड कांस्टेबल शंभू सिंह मय टिम मौके पर पहुंचे।
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पूरे क्षेत्र में मातम का माहौल
रेस्क्यू टीम ने सबसे पहले शिक्षक की मोटरसाइकिल को नदी से बाहर निकाला, लेकिन वीरभद्र सिंह का कोई सुराग नहीं लग पाया। पूरे क्षेत्र में चिंताजनक माहौल बन गया। लगातार बारिश, तेज बहाव और गहराई के चलते बचाव कार्य बेहद चुनौतीपूर्ण रहा। स्थानीय ग्रामीण भी बड़ी संख्या में मौके पर डटे रहे और बचाव दल की मदद करते रहे। आखिरकार 24 घंटे बाद जब रेस्क्यू टीम को सफलता मिली तो सभी की आंखें नम हो गईं। नदी से निकले शव को देखकर पूरे क्षेत्र में मातम पसर गया। वीरभद्र सिंह चुंडावत अपने गांव और विद्यालय में लोकप्रिय और मिलनसार शिक्षक के रूप में जाने जाते थे।
अस्पताल की मोजड़ी में रखवाया गया शव
उनके निधन की खबर फैलते ही गांव पायरा, सामोडा और आसपास के इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। सैकड़ों ग्रामीण घटनास्थल और उनके घर पर एकत्रित हो गए। हर किसी की जुबान पर बस यही था कि “काश, वे उस दिन नदी पार करने की कोशिश नहीं करते।” फिलहाल पुलिस ने शव को सलूंबर जिला अस्पताल की मोजड़ी में रखवाया है। परिजनों की रिपोर्ट के बाद पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौपा जाएगा।
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