Meet 5 Famous Legends Who Had Worst Handwriting: आपने बचपन में अपने माता-पिता, स्कूल के शिक्षक, ट्यूशन के शिक्षक और रिश्तेदार से ये जरूर सुना होगा कि अच्छी हैंडराइटिंग लिखो वरना बड़े इंसान नहीं बनोगे. जिंदगी में मशहूर नहीं बनोगे और अगर अपने परीक्षा में अच्छी हैंडराइटिंग से सवालों का जवाब दिया है तो इसका मतलब आपको अच्छे अंक मिलेंगे. लेकिन आज हम उन 5 महान शख्सियतों के बारे में बताएंगे. जिनकी हैंडराइटिंग बेहद खराब थी. लेकिन फिर भी दुनिया में बढ़िया मुकाम हासिल किया और दुनिया में आज भी उनका नाम गूंजता है.
कौन हैं वो 5 शख्सियत? (Who are those 5 personalities?)
आपने अल्बर्ट आइंस्टीन, बीथोवन और स्टीफन हॉकिंग आदि मशहूर शख्सियतों का नाम जरूर सुना होगा. जिन्होंने घटिया हैंडराइटिंग के बावजूद भी दुनिया में ऐसा मुकाम बनाया. जिनके आज भी चर्चे होते हैं. ऐसे में आज हम उन 5 प्रसिद्ध प्रतिभाशाली लोगों के बारे में बताएंगे. जिनकी लिखावट बेहद घटिया थी, फिर भी उन्होंने बड़ा नाम बनाया जैसा कि वे कहते हैं कि आपकी लिखावट आपके सफलता के ग्राफ, रचनात्मकता या बुद्धिमत्ता को परिभाषित नहीं कर सकती है, हम कई लोगों को कर्सिव नोट्स को सही ढंग से सीखने के लिए कड़ी मेहनत करते देखते हैं.
यह भी पढ़ें :-
PM Modi की दीवानी हुई ये महिला, बोलीं-‘बहुत खूबसूरत हैं भगवान…’, Video Viral
वॉल्ट डिज्नी (Walt Disney)
हमारी लिस्ट में पहला नाम वॉल्ट डिज्नी का है, जिनकी लेखनी (Handwriting) बेहद खराब थी, लेकिन उनके बनाए कार्टून आज भी पूरी दुनिया में मशहूर हैं. हालांकि खूबसूरती से लिखी गई लाइनें हमेशा पढ़ने में अच्छी लगती हैं, लेकिन इतिहास साबित करता है कि अमेरिकी एनीमेशन उद्योग के अग्रणी, उन्होंने कार्टून निर्माण में कई विकास किए. वॉल्ट डिज़्नी की लिखावट को अक्सर पढ़ने में बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, खासकर उनके हस्ताक्षर को समझने में आपको घंटे लग जाएंगे.
स्टीफन हॉकिंग (Stephen Hawking)
इस लिस्ट में दूसरा नाम स्टीफन हॉकिंग का है. स्टीफन हॉकिंग ने स्वीकार किया कि छात्र जीवन में उनकी लिखावट खराब थी. उन्होंने अपने स्कूल के दिनों का हवाला देते हुए खुद को ‘आलसी और खराब लिखावट वाला’ बताया. भौतिकी में अपने अभूतपूर्व कार्य के बावजूद हॉकिंग की लिखावट बेहद अव्यवस्थित थी, जिसके कारण उन्हें सहायक तकनीक का सहारा लेना पड़ा.
सिगमंड फ्रायड (Sigmund Freud)
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मनोविश्लेषण (psychoanalysis) के जनक को अपनी लिखावट से भी जूझना पड़ा और कभी-कभी उसे पढ़ना मुश्किल हो जाता था.
पाब्लो पिकासो (Pablo Picasso)
इस प्रसिद्ध कलाकार की लिखावट उनके चित्रों की तरह ही अमूर्त थी, जिसकी शैली को पढ़ना मुश्किल था. माई कर्सिव वेबसाइट के अनुसार, पिकासो की लिखावट, उनकी कला की तरह, पारंपरिक मानकों को चुनौती देती है.
लुडविग वान बीथोवेन (Ludwig van Beethoven)
लुडविग वान बीथोवेन एक जर्मन संगीतकार और पियानोवादक थे. मीडियम के लेख के अनुसार, इस संगीत प्रतिभा की पांडुलिपियां अव्यवस्थित और समझने में कठिन थीं.
यह भी पढ़ें :-

