गिर्राज शर्मा की रिपोर्ट, Madhya Pradesh News: डबरा अनुविभाग के सिमरिया ताल गांव में बुधवार रात एक दर्दनाक हादसा हो गया। घर में अकेली मां बेटी की आग में जलकर दर्दनाक मौत हो गई। पड़ोसियों ने घर में से आग की लपटे उठती देखी तो तत्काल पुलिस को सूचना दी। जानकारी मिलते ही देहात थाने से पुलिस बल गांव में पहुंचा और ग्रामीणों के साथ मिलकर पानी की सहायता से आग पर काबू पाया। हादसे में दोनों की दर्दनाक मौत हो गई। इसके बाद जली हालत में मां बेटी के शव को निकाल कर फिलहाल पीएम हाउस में रखवाया गया है। मौके पर पुलिस टीम जांच कर रही है। सुबह एफसएल टीम ग्वालियर से डबरा पहुँचेगी। परिजन मामले में ससुराल पक्ष पर हत्या का आरोप लगा रहे है।
गांव वालों ने की पानी डालकर आग बुझाने की कोशिश
वही पर बता दें कि डबरा देहात थाना क्षेत्र के ग्राम सिमरिया ताल में बुधवार रात उमा बघेल के घर से अचानक से आग की लपटे उठने लगी। जब गांव वालों ने आग देखी तो तत्काल उस घर पर पहुंचे और पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास शुरू किया एवं कुछ लोगों ने घटना की सूचना देहात थाना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी सुधाकर सिंह तोमर गांव पहुंच गए और पानी की सहायता से आग को बुझाया। जिसके बाद पुलिस बल घर के अंदर पहुंचा तो देखा कि भूस वाले कमरे में दो शव जले हुए हालत में पड़े हैं।
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मनीषा बघेल का पति के साथ विवाद
जिनकी पहचान उमा उर्फ मनीषा बघेल (25 वर्ष) एवं उसकी बेटी जानवी (3 वर्ष) के रूप में हुई। ग्रामीणों ने बताया कि आज सुबह मनीषा बघेल का उसके पति से किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। जिसके बाद पति अपनी मां को इलाज के लिए ग्वालियर लेकर गया है। तब से वह अभी तक नहीं लौटा। मां बेटी की आग में जलने की सूचना मिलते ही डबरा देहात प्रभारी पुलिस बल के साथ मौक़े पर पहुँचे और हर एक पहलू की जांच प्रारंभ की, पुलिस अब मामले में जांच कर रही है कि आखिरकार यह कोई घटना है या फिर जानबूझकर आग लगाई गई है। फिलहाल महिला के परिजन भी मौके पर पहुंच गए हैं जो ससुराल पक्ष पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं।
डॉक्टरो के पैनल द्वारा किया जाएगा पोस्टमार्टम
पुलिस ने महिला व मासूम बच्ची के शव को अपनी निगरानी में लेकर पीएम हाउस में रखवाया है। सुबह दोनों के शव का डॉक्टरो के पैनल द्वारा पोस्टमार्टम किया जाएगा। साथ ही ग्वालियर से फ़ोरेंसिक टीम को भी बुलाया जाएगा। जिसके बाद परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए मां बेटी के शव सुपुर्दगी में दिए जाएंगे। बताया जा रहा है कि महिला उमा एक दिन पहले ही ग्वालियर के तिघरा क्षेत्र के अपने ग्राम सोसा स्थित मायके से ससुराल सिमरिया आई थी।
मरते समय भी मां ने नहीं छोडा बेटी का साथ
गांव में हुए हादसे में मां और उसकी तीन वर्षीय मासूम बेटी की दर्दनाक मौत हुई, पर जब आग बुझी और जो तस्वीर सामने आई उसे देखकर हर कोई यही कह रहा था कि मरते समय भी मां की ममता कम नहीं हुई और उसने अपनी बेटी का दामन थामे रखा, क्योंकि बुरी तरह जलने के बाद भी दोनों के शव एक दूसरे से लिपटे हुए थे। मां बच्ची को अपने बाजू में कसकर थामें हुई थी। मामले को लेकर एसडीओपी सौरव कुमार का कहना है कि सिमरिया ताल गांव में एक मां बेटी की घर के अंदर आग में जलने से मौत हुई है। मामले में जांच कर रहे हैं कि आखिर यह हादसा है या फिर कुछ और।महिला के पति से भी विवाद की जानकारी सामने आई है। अभी हर एक पहलू जांच का विषय हैं।

